सौर धर्म सम्मेलन काशी में हूआ आयोजित…

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उत्तर प्रदेश :- (चारों धाम मिश्रा) – मंदिरों की नगरी काशी में आयोजित सौरधर्म सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से मग बन्धुओं का आगमन हुआ। यह कार्यक्रम राजमंदिर मोहल्ले के शीतला घाट पर अवस्थित काशी व्यायाम शाला में सौर धर्म सम्मेलन सह मग मिलन समारोह के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में विद्वानों का संगम हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत जल यात्रा के साथ शुरू हुआ। उसके बाद भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की गई। विश्वनाथ मंदिर के ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ नागेंद्र पांडेय ,प्रोफेसर रामचंद्र पांडेय , राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरींद्र मोहन मिश्रा,आचार्य विष्णु देव मिश्र, निरग्रहाचार्य जी महाराज ,डॉ देव मिश्रा, प्रोफेसर पतंजलि मिश्र , सहित कई लोगों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ,ने कहा कि मनुष्य अपने सोच चरित्र व्यवहार परिश्रम और लगन से आगे बढ़ता है। उन्होंने वैदिक शिक्षा के लिए सौर विद्यालय की आवश्यकता पर बोल दिया। वही आचार्य विष्णु देव मिश्र ने शास्त्रीय नियम का हवाला देते हुए अपने कर्म पथ पर आगे बढ़ने का आह्वान किया। वहीं वेद विभाग बीएचयू के अध्यक्ष प्रोफेसर पतंजलि मिश्र ने कहा कि नियमों के आगे व्यक्ति बड़ा नहीं होता, वेद शास्त्र नियम है। उस नियम के अनुसार ही मग बन्धुओं को चलना चाहिए। वही आगत अतिथियों के अंग वस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बाल कलाकारों द्वारा भगवान शिव के भजन और गणेश जी के भजन पर प्रस्तुति लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। मग महामंडलेश्वर काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक डॉ श्री देव मिश्र , संयोजक शैलेश पाराशर, वैध यामिनी मिश्र, उमेश चन्द्र मिश्र, कमलाकांत पाठक के सानिध्य में आयोजित सौरधर्म सम्मेलन में सैकड़ो की संख्या बिहार, झारखंड, राजस्थान, बैंगलोर, दिल्ली, महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश के हजारों मग महिलाएं एवं पुरुषों ने भाग लिया।

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