पढ़िए डेहरी महिला थाने में “अजब प्रेम की गजब कहानी” की पूरी इनसाइड स्टोरी

Advertisements
Advertisements
Advertisements

डेहरी /रोहतास (संवाददाता ):-रोहतास जिले के डेहरी के महिला थाने में एक प्रेमी-युगल की शादी करवाई गयी। पहले इंटर कास्ट मैरिज के लिए परिवाले तैयार नहीं थे लेकिन जब मामला महिला थाने पहुंचा तब दोनों पक्षों की सहमति से थाने में दोनों की शादी धूमधाम के साथ करा दी गयी। महिला थाने में हुई इस शादी की चर्चा इलाके में खूब हो रही है।

Advertisements
Advertisements

दरअसल युवक और युवती के बीच पिछले 8 साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। अपने प्यार को पाने के लिए युवती घर से 4 बार भागी। इस दौरान परिजनों ने युवती की पिटाई भी की गयी लेकिन 21 साल की प्रियंका अपने प्रेमी 30 वर्षीय अभयकांत चौधरी को किसी भी तरह पाना चाहती थी। अभयकांत चौधरी की रेलवे में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। उसकी पोस्टिंग मध्य प्रदेश के कटनी में थी। पोस्टिंग के बाद वह कटनी में ही रहने लगा। प्रियंका उससे मिलने मध्यप्रदेश भी पहुंच गयी।अंतरर्जातीय विवाह के लिए दोनों के परिजन तैयार नहीं थे। जिसके बाद वह डेहरी महिला थाने पहुंच गयी और अभयकांत से शादी करवाने की गुहार लगाने लगी। चुकिं दोनों बालिग थे इसलिए पुलिस ने दोनों की शादी कराने का फैसला लिया। जिसके बाद दोनों की शादी महिला थाने में ही धूमधाम के साथ करवा दी गयी। दोनों पक्षों की सहमति से ही पुलिस ने यह फैसला लिया।प्रेमी अभयकांत चौधरी ने बताया कि पडुहार गांव की रहने वाली प्रियंका टड़वां उत्क्रमित विद्यालय में पढ़ाई करती थी। प्रियंका की बोर्ड की परीक्षा का सेंटर डालमियानगर के राम किशोर सिंह कॉलेज पड़ा था। जहां उसके दोस्त का परीक्षा केंद्र भी वही पड़ा था।दोस्त को परीक्षा दिलाने के लिए वह सेंटर पर गया था तभी उसकी नजर प्रियंका पर पड़ी जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे को अपना मोबाइल नंबर शेयर किया। जिसके बाद से दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई। दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते है इसलिए शादी करना चाहते है लेकिन परिवारवाले इंटर कास्ट के कारण शादी को तैयार नहीं है।मोबाइल पर दोनों बातचीत करने लगे लेकिन जैसे ही इस जानकारी प्रियंका के परिजनों को हुई। परिजनों ने प्रियंका से पूरी जानकारी ली। जब उसने प्रेम-प्रसंग की बात की जानकारी परिजनों को दी तब परिजन आगबबूला हो गये और इस दौरान प्रियंका की पिटाई भी की गयी। लेकिन फिर भी वह मुझसे मिलने घर से भागकर मध्यप्रदेश पहुंच गयी।

See also  मैराथन दौड़ में बिहार के रोहतास जिले की बेटी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर लहराया परचम

करीब महीने भर वह कटनी में साथ रही। परिजनों को राजी करने की बात जब हमने कही तब वह घर जाने को तैयार हुई। प्रियंका से मध्यप्रदेश से उसके घर भेजा गया। इस तरह वह कई बार घर से भाग कर उसके पास पहुंच गयी। लेकिन बार-बार उसे समझाकर घर लौटने को कहा गया।जब फिर परिजन शादी के लिए तैयार नहीं हुए तब प्रियंका एक बार फिर घर से भाग गई। दरिहट थाने की पुलिस ने उसे रात में सड़क पर घूमते देखकर पकड़ लिया और उसे थाने लेकर गयी आई और उसे परिजनों को हवाले कर दिया। उस समय भी प्रियंका ने दरिहट थाने को अपनी आप बीती सुनाई और परिजनों पर मारपीट करने का आरोप लगाया। दरिहट थाने की पुलिस ने उसे समझा-बुझाकर घर भेज दिया।इतना सब होने के बावजूद दोनों के बीच बातचीत होती रही। इसी बीच परिजनों द्वारा दबाव देने के कारण अभय कांत ने प्रियंका से शादी करने से इनकार कर दिया। 8 साल के प्रेम को पाने के लिए प्रियंका को और कोई रास्ता नहीं दिखा। वह सीधे डेहरी महिला थाना पहुंच गई। जहां अपनी पूरी बात महिला थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी को बतायी।जिसके बाद महिला थानाध्यक्ष ने अभयकांत चौधरी से फोन पर बात की। जब अभय ने शादी के लिए रजामंदी दी तब दोनों के परिजनों को थाने बुलाया गया। जिसके बाद थाने पहुंचे परिजनों ने शादी की बात मान ली फिर क्या था दोनों की शादी थाना परिसर में ही धूमधाम के साथ करा दी गयी। शादी के बाद दोनों ने परिजनों से आशीर्वाद लिया और 8 साल के प्यार को हासिल करने में मददगार बने पुलिसवालों को धन्यवाद दिया।

You may have missed