अविश्वास प्रस्ताव के अग्नि परीक्षा में सफल हो पाएंगे मुख्य पार्षद, बना यक्ष प्रशन?,14 पार्षदों के समर्थन पत्र से नगर में सरगर्मी तेज, गुप्तेश्वर के मुख्य पार्षद बनने का असार प्रबल
सासाराम/बिक्रमगंज ( दुर्गेश किशोर तिवारी) :- 27 वार्डो वाला नगर परिषद बिक्रमगंज की राजनीतिक तापमान इस समय परवान चढ़ता नजर आने लगा है।कुर्सी हथियाने के लिए मची होड़ एवं उथल पुथल के बीच जोरआजमाइश से लेकर राजनीति ,कूटनीति एवं रणनीति बनाने की हथकंडा पक्ष व विपक्ष दोनो खेमो में तेजी से चल रहा है।मालूम हो कि 13 जुलाई मंगलवार को नप के पूर्व उप सभापति एवं वर्तमान पार्षद गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में अन्य कुल 14 पार्षदो ने विकास कार्यो में अनियमितता,लूटखसोट व बढ़ते भ्रष्टाचार आदि जैसे आरोप लगाकर मुख्य पार्षद रबनवाज खा राजू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।14 वार्ड पार्षदो के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सभापति के अनुउपस्थिति में नप के कार्यपालक पदाधिकारी को थमा दिए जाने से नगर की सरकार खतरे में पड़ती नजर आने लगी है।जिसको लेकर नगर में राजनीतिक सरगर्मी तेज होने के साथ ही रसाकस्सी बरकरार हो गया है।हालांकि नगर पंचायत से नगर परिषद में तब्दील हुई नगर की सरकार पहली बार रबनवाज राजू के नेतृत्व में वर्ष 2018 में बना था।करीब ढाई साल के सफर में नगर का बागडोर अपने हाथों में थामे मुख्य पार्षद को 14 वार्ड पार्षदों के बगावत का सुर अलापने एवं हस्ताक्षयुक्त समर्थन पत्र इओ को सौपने से जहां बीच मझधार में कश्ती डूबते नजर आने लगी है वही कुर्सी पर खतरे की तलवार लटकते देख पतवार की तलाश में जुट गए है।पूर्व उप सभापति एवं वर्तमान वार्ड पार्षद गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि 14 पार्षदो के हस्ताक्षयुक्त आवेदन से स्पष्ट हो चुका है कि मुख्य पार्षद रबनवाज खा राजू अपना बहुमत खो चुके है और सदन में सिद्ध नही कर पाएंगे।क्योकि सभी पार्षद नप में बढ़ते भ्रष्टाचार एवं मुख्य पार्षद के मनमानी पूर्ण रवैया से त्रस्त हो चुके है।वही मुख्य पार्षद रबनवाज खा राजू अपनी नगर सरकार के प्रति पूरी तरह अस्वस्थ है और कहा कि समय रहते पार्षदो की नाराजगी दूर कर लिया जायेगा तथा सदन में हम अपना बहुमत सिद्ध कर सरकार बचाने में भी कामयाब रहेंगे।इस दावे में कितना दम है यह तो वक्त ही बतलायेगा।लेकिन 14 वार्ड पार्षदों के हस्ताक्षयुक्त आवेदन से कयास लगाया जा रहा है कि इसमें टूट नही पड़ती है और इसी तरह पार्षद एकजुट होकर बगावत की विगुल एक सुर में अंततःफुकते रहे तो नगर की सरकार मुख्य पार्षद के हाथों से फिसल जायेगी।क्योंकि बहुमत सिद्ध करने के लिए 14 वार्ड पार्षदो की ही जरूरत है।हालांकि अभी चुनाव की तिथि निर्धारित नही हो पाई है।लेकिन अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने से नगर की राजनीतिक तापमान परवान चढ़ते नजर आने लगा है।दो खेमे में बटे पार्षदो का एक गुट धराशायी करने में जुटा है तो दूसरा अपनी सरकार बचाने को ले हर तरह के हथकंडे अपनाने के लिए मंथन तेजी से शुरू कर दिया है।संभावना जताई जा रही है कि रबनवाज खा राजू आगामी दिनों में निर्धारित होने वाले तिथि को रबनवाज खा राजू अपना विश्वास मत हाशिल करने में नाकाम रहते है तो अगली नगर की सरकार पूर्व उप सभापति गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में काबिज हो सकता है।क्योकि 27 में से 14 वार्ड पार्षदो का समर्थन इन्हें मिलने की असार जताया जा रहा है।बहरहाल नगर सरकार बनाने व विगड़ने को ले जोड़घटाव तोड़फोड़ की राजनीति हवा में तेजी से तैर रही है।