उदयपुर सरपंच ने बनाया फर्जी एकरारनामा, पीड़ित काशीनाथ ने किया खुलासा.
बिक्रमगंज/रोहतास :- (धर्मेन्द्र कुमार सिंह) खबर रोहतास जिले के संझौली प्रखंड से है, जहाँ संझौली प्रखंड हमेशा किसी न किसी कार्य को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। जब आम जन मानस को न्याय दिलाने के लिए कुर्सी पर बैठे ग्राम कचहरी का सरपंच खुद ही अन्याय करने लगे तो फिर आम जन किससे न्याय
की उम्मीद करेंगे।इसी तरह का एक कारनामा संझौली प्रखंड के उदयपुर पंचायत की दूसरी बार निर्वाचित हुयी सरपंच नीतू कुमारी ने कर दिखाया है। पुरा मामला यह है कि उदयपुर ग्राम कचहरी की सरपंच नीतू कुमारी के द्वारा एक फर्जी एकरारनामा बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
इस संबंध में उदयपुर पंचायत के समहुता गांव निवासी एक पीड़ित काशीनाथ सिंह ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि उदयपुर ग्राम कचहरी की सरपंच नीतू कुमारी के द्वारा मेरे बड़े भाई विश्वनाथ सिंह के साथ मिली भगत कर फर्जी एकरारनामा बनाया गया है। काशीनाथ सिंह ने इस बात का भी खुलासा किया है कि ग्राम कचहरी की सरपंच नीतू कुमारी के द्वारा जान बूझकर मेरे बड़े भाई के मेल में आकर मेरी अनुपस्थिति में मेरा फर्जी हस्ताक्षर बना दिनाँक 29 जुलाई 21 को फर्जी एकरारनामा बनाया गया है ।
इस संबंध में उदयपुर ग्राम कचहरी की सरपंच नीतू कुमारी से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि संयुक्त भाइयों के बंटवारे को लेकर बनाया गया एकरारनामा मेरी अनुपस्थिति में बनाया गया है, और दोनो पक्ष मेरे सामने उपस्थित नही थे लेकिन एकरारनामा पर मेरे द्वारा हस्ताक्षर किया गया है। इस संबंध में जब बीडीओ सैयद सर्फ़राजूदिन अहमद से मोबाइल पर बात किया गया तो बताया गया कि इस तरह की बाते संज्ञान में आया है, और समहुता निवासी विश्वनाथ सिंह के द्वारा उस एकरारनामा का प्रयोग आवास योजना लेने के लिए किया गया है, जो इसके पात्र नहीं है। संयुक्त भाईयों का पक्का मकान है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को सूचना दे दी गई है।