शकल द्वीपीय ब्राह्मण, का उल्लेख वेद और पुराणों में भी


दावथ (रोहतास):- शकलद्वीपीय ब्राह्मण अथवा मग ब्राह्मण, ब्राह्मणों का एक सर्वोत्तम वर्ग है यही एक ऐसे ब्राम्हण है जिनका उल्लेख वेद और पुराणों में भी किया गया है। जो उत्तरी भारत में पाए जाते हैं तथा जो पुजारी, आयुर्वेदिक वैद्य आदि होते हैं। ये ब्राह्मण वर्ग में सर्वोत्तम माने जाते हैं। प्राचीन इतिहासकारों के अनुसार ये शाकद्वीप से श्री कृष्ण द्वारा जम्बूद्वीप में लाए गए थे। इन्हें पुराणों में तथा श्री करपात्रीस्वामी के अनुसार दिव्य ब्राह्मण की उपाधि दी गई है। यह हिन्दू ब्राह्मणों का ऐसा वर्ग है जो मुख्यतः पूजा पाठ, वेद-आयुर्वेद, चिकित्सा, संगीत से संबंधित है। इनकी जाति मुख्यतः बिहार तथा पश्चिमी तथा उत्तरी भारत में है।इन्हें सूर्य के अंश से उत्पन्न होने के कारण सूर्य के समान प्रताप वाला ब्राह्मण माना जाता है।


