बीएसएफ जवान अजीत कुमार के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब
बिक्रमगंज/रोहतास (संवाददाता ):- काराकाट प्रखंड क्षेत्र के सिकरियां पंचायत के दहियाडी गांव में बीएसएफ जवान अजीत कुमार के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा । सैकड़ों की संख्या में लोगों ने उनके शव यात्रा में शामिल हुए । बता दें कि शुक्रवार को बीएसएफ जवान अजीत कुमार की मौत हो गई थी । मौत उस समय हुई थी जब वे तुतला भवानी मंदिर से मन्नत पूरी कर बस से गांव आ रहे थे । तभी बसंत बिगहा गांव के समीप बस पलट गई जिसमें वह जख्मी हो गए थे । जख्मी हालत में उन्हें इलाज के लिए ले बनारस ले जाया गया , लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी मौत हो गई । मौत के बाद गांव में चित्कार मच गया । परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है । गांव में गम का माहौल कायम है । सभी की आंखों में गम के आंसू थे । उनके अंतिम शव यात्रा में पुलिस प्रशासन से लेकर बीएसएफ के अधिकारी व जवान शामिल रहे । शव यात्रा में लोगों ने अजीत कुमार अमर रहे,भारत माता की जय के नारे लगाए गए । बीएसएफ जवान अजीत कुमार को हजारीबाग रेजिमेंट बीएसएफ कमांडेंट एच के महापात्रा के नेतृत्व में सलामी दी गई । तीन राउंड फायरिंग कर उन्हें सलामी दी गई । बीएसएफ के कमांडेंट एच के महापात्रा ने उनके शव को पुष्प अर्पित कर श्रंद्धाजलि दी । वहीं बीएसएफ के अधिकारियों में एचसी दिवाकर कुमार , मनोज कुमार सहित 12 जवानों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । बीएसएफ जवान अजीत कुमार के छोटे भाई रंजीत कुमार ने मुखाग्नि दी । मुखग्नि देने के अवसर पर दोनों पुत्री तीन वर्षीय अर्जिता , 8 माह की पुत्री अनन्या व पिता सुरेंद्र कुमार सिंह मौजूद रहे ।
पुलिस प्रशासन रही मौजूद: –
बीएसएफ जवान अजीत कुमार के दहीयाड़ी गांव में अंतिम संस्कार किया गया । अंतिम संस्कार के मौके पर बिक्रमगंज एसडीपीओ शशि भूषण सिंह, नासरीगंज सर्किल इंस्पेक्टर दयानंद शर्मा , काराकाट थानाध्यक्ष दिवाकर प्रसाद, एसआई मुकेश कुमार , ग्राम पंचायत सिकरियां मुखिया सुनील कुमार सिंह , जिला पार्षद काराकाट 23 उमेश कुमार सिंह व पुलिस बल मौजूद थे ।
स्थानीय अधिकारी की अनुपस्थिति से लोगों में आक्रोश: –
काराकाट प्रखंड के बीडीओ व सीओ की अनुपस्थिति से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त था । ग्रामीणों से लेकर सभी लोगों के बीच चर्चा थी कि स्थानीय अधिकारी बीडीओ व सीओ दहीयाड़ी गांव में जब से घटना हुई है , तब से एक बार भी देखने तक नहीं आये , इस तरह के अधिकारी का यहां रहना ही नहीं चाहिए । जब हजारीबाग से बीएसएफ के अधिकारी व कम्पनी कमांडर व बीएसएफ के जवान आ सकते है तो ये प्रखंड के स्थानीय अधिकारी होकर नहीं आना इनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है । जिसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त था ।