नाबालिग बेटियों की शादी करवाने के लिए बदनाम है ये इलाका, एक और शादी रुकवाई, आने वाली थी बारात…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- लड़की के पिता ने बयान दर्ज करा दिए हैं. कोर्ट में हलफनामा देने के लिए भी लड़के पक्ष को कहा. उन्होंने कहा कि मैं समाज से अपील करना चाहती हूं कि लड़का और लड़की के बालिग होने के बाद ही शादी करें. उन्होंने कहा की जन्म तिथि का प्रमाण पत्र अवश्य देख लें, उसके बगैर शादी ना करें.
हरियाणा के नूंह जिले में नाबालिग लड़कियों की शादी करवाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामले में एक 15 साल की लड़की शादी रुकवाई गई है. जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी मधु जैन और उनके टीम बाल विवाह को रोकने के लिए पूरी तरह से सक्रिय हैं. मधु जैन और उनकी टीम ने जिले के सबसे बड़े गांव सिंगार में एक नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई. अब तक आधा दर्जन से अधिक नाबालिग लड़कियों की शादी होने से रोकी गई है.
जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी मधु जैन ने बताया कि यह सिंगार का मामला है. बिछोर थाने के अंतर्गत आता है. शिकायत मिली थी कि नाबालिग लड़की की शादी हो रही है. मौके पर जब पहुंचे तो लड़की के परिजनों ने सहयोग नहीं किया. उसके बाद स्कूल में गए तो मौखिक तौर पर तो बता दिया गया, लेकिन लिखित में जन्मतिथि के बारे में नहीं बताया. उसके बाद कोर्ट का सहारा लेना पड़ा. माननीय न्यायालय में स्टे आर्डर के लिए एप्लीकेशन दी. उसके बाद कोर्ट ने दूसरे पक्ष को बुलाया और कोर्ट में स्टे आर्डर दिया. तब जाकर नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई गई.
लड़की के पिता से स्टेटमेंट ले गई थी कि आप लड़की की शादी जब करेंगे जब वह 18 वर्ष की यानी बालिग हो जाएगी. लड़की की उम्र तकरीबन 15 साल की थी और बारात फिरोजपुर झिरका इलाके से आने वाली थी. अब वह शादी रुकवा दी गई है.
लड़की के पिता ने बयान दर्ज करा दिए हैं. कोर्ट में हलफनामा देने के लिए भी लड़के पक्ष को कहा. उन्होंने कहा कि मैं समाज से अपील करना चाहती हूं कि लड़का और लड़की के बालिग होने के बाद ही शादी करें. उन्होंने कहा की जन्म तिथि का प्रमाण पत्र अवश्य देख लें, उसके बगैर शादी ना करें.