पद्म अवार्ड के तर्ज पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए एक नया सेट तैयार, 23 अगस्त (राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस) को आयोजित किया जाएगा पुरस्कार समारोह
भारत सरकार ने पद्म अवार्ड के तर्ज पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए एक नया सेट तैयार किया है जिसे राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार का नाम दिया गया है. अब वैज्ञानिकों को चार श्रेणियों विज्ञान रत्न, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर और विज्ञान टीम के तहत राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों के उल्लेखनीय योगदान को मान्यता देना है.
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक होगा. सरकारी, निजी क्षेत्र के संगठनों में काम करने वाले वैज्ञानिक/प्रौद्योगिकीविद्/नवप्रवर्तनकर्ता या किसी भी संगठन के बाहर काम करने वाला कोई भी व्यक्ति, जिसने विज्ञान, प्रौद्योगिकी या प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले नवाचार के किसी भी क्षेत्र में अनुसंधान या नवाचार या खोज के संदर्भ में विशिष्ट योगदान दिया है वे लोग इस पुरस्कार के पात्र होंगे.
विदेश में रहकर भारतीय समुदायों को लाभ पहुंचाने में असाधारण योगदान देने वाले भारतीय मूल के लोग भी पुरस्कार के पात्र होंगे.
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की कैटेगरी:
- विज्ञान रत्न (Vigyan Ratna): यह अवार्ड विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में की गई जीवन भर की उपलब्धियों और योगदान के लिए दिया जायेगा.
- विज्ञान श्री (Vigyan Shri): यह अवार्ड विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जायेगा.
- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (Vigyan Yuva-Shanti Swarup Bhatnagar): यह अवार्ड 45 वर्ष की आयु तक के युवा वैज्ञानिकों को प्रदान किया जायेगा जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो.
विज्ञान टीम (Vigyan Team): यह पुरस्कार तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/नवप्रवर्तकों की एक टीम को दिया जाएगा, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम में काम करके असाधारण योगदान दिया हो.
- 13 क्षेत्रों में दिया जाएगा यह अवार्ड:
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 क्षेत्रों में दिया जाएगा, जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि शामिल है. साथ ही लैंगिक समानता सहित प्रत्येक डोमेन/क्षेत्र से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा.
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति लेगी निर्णय:
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार पुरस्कारों के लिए प्राप्त सभी नामांकन पर राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति अंतिम निर्णय लेगी. इस समिति में विज्ञान विभागों के सचिव, विज्ञान और इंजीनियरिंग अकादमियों के सदस्य आदि शामिल होंगे.
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस को किया जायेगा सम्मानित:
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों के लिए हर साल 14 जनवरी से 28 फरवरी (राष्ट्रीय विज्ञान दिवस) तक नामांकन किये जा सकते है. इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल 11 मई (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) को की जाएगी. सभी श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए पुरस्कार समारोह 23 अगस्त (राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस) को आयोजित किया जाएगा.