अमौरा गांव में पुलिस पहुंचते ही सीओ कार्यालय पहुंचे दो से ढाई सौ महिला पुरुष
बिक्रमगंज(रोहतास): अमौरा गांव के मजदूर गरीब महादलित व दलित दो से ढाई सौ की संख्या में सीओ कार्यालय काराकाट में पहुंच गये । जब मामले की जानकारी ली गयी तो बताया गया कि अमौरा मौजा में बिहार सरकार की करीब तीन से चार बिगहा है जिस पर 30 वर्षों से ज्यादा समय से दलित महादलित दखल काबिज कर खेती बाड़ी कर रहे है । अचानक मंगलवार को पुलिस अमौरा गांव पहुंच कर बिहार सरकार जमीन पर किसी प्रकार के कार्य करने पर मना कर दिया गया । इस पर लोगों ने पूछा कि मामला क्या है किसका आदेश है कि बिहार सरकार की जमीन पर कोई कार्य न करें तो एएसआई सतेंद्र कुमार ने बताया कि थानाध्यक्ष काराकाट आदित्य कुमार का आदेश है । काराकाट सीओ द्वारा उक्त जमीन पर किसी प्रकार का हो रहे कार्य को रोकने का निर्देश दिया गया है ।
जैसे सीओ के आदेश का नाम सुने दो से ढाई सौ की संख्या में लोग काराकाट सीओ कार्यालय पहुंच गये ।कार्यालय पहुंचते ही हंगामा शुरू हो गया थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया । समझ बुझा कर शांत कराया गया, लेकिन जैसे ही लोगों को पता चला कि सीओ आज नहीं आये है तो लोग शांत हो गये । जब लोगों से जानकारी ली गयी तो बताया कि बिहार सरकार की जमीन करीब तीन से चार बिगहा तीस वर्षों से ज्यादा समय से हमलोगों के दखल काबिज में है । पता नहीं कि क्या मामला हुआ कि हमलोगों के घर व जमीन पर अचानक पुलिस पहुंच गयी । इसी का पता करने हमलोग पहुंचे है । अंचल कर्मियों ने बताया कि सीओ अभी कार्यालय में नहीं है आ जाएंगे तो बात कर लीजिएगा । सभी लोगों इस पर वापस चले गये ।