व्याख्यान माला के उन्नीसवें अध्याय में “आज़ाद देश के 75 वर्ष और शिक्षा में भाषाई आज़ादी : नई शिक्षा नीति 2020 के विशेष सन्दर्भ में” विषयक व्याख्यान आयोजित
भाषा सिर्फ अभिव्यक्ति की आजादी का माध्यम नहीं अपितु यह हमारी संस्कृति का पोषक – डॉ. संध्या सिंहा
जमशेदपुर (संवाददाता ):-वर्कर्स कॉलेज, जमशेदपुर द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा । इस निमित्त महाविद्यालय द्वारा विभिन्न विषय-विशेषज्ञों के साथ भिन्न-भिन्न विषयों को लेकर निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । आज व्याख्यान माला श्रृंखला के उन्नीसवें अध्याय में “आज़ाद देश के 75 वर्ष और शिक्षा में भाषाई आज़ादी : नई शिक्षा नीति 2020 के विशेष सन्दर्भ में” विषयक व्याख्यान आयोजित किए गए । व्याख्यान को मुख्य वक्ता रूप में करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के हिंदी विभाग की प्राध्यापक डॉ. संध्या सिन्हा ने संबोधित किया । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भाषा सिर्फ और सिर्फ अभिव्यक्ति की आजादी का माध्यम नहीं है बल्कि यह अपने साथ संस्कृति को जन्म देती है । यह हमारे सभ्यता एवं संस्कृति का पोषक है । डॉ. संध्या ने नई शिक्षा नीति को भाषा के भारतीयकरण का अभियान बतलाते हुए कहा कि यह नीति ही भाषा की औपनिवेशिकता को समाप्त करेगा एवं भाषाई लोकतंत्र को बढ़ावा देगा । आने वाले दिनों में इंजीनियरिंग एवं डॉक्टरी की पढ़ाई भी हिंदी भाषा में होगी । यह हमारे लिए बहुत ही सुखद क्षण होगा । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० सत्यप्रिय महालिक ने व्याख्यान माला श्रृंखला के उन्नीसवें अध्याय का उद्घाटन करते हुए अपने स्वागत वक्त में मुख्य वक्ता डॉ. संध्या सिंहा का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन की शुभकामनाएं प्रेषित की । साथ ही व्याख्यान माला श्रृंखला के बीसवें अध्याय की रुपरेखा प्रस्तुत की । कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन प्राध्यापक प्रो० भवेश कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग की अध्यक्षा प्रो. सुनीता गुड़िया ने की । इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, प्रधान लिपिक, शिक्षकेत्तर कर्मी, छात्र प्रतिनिधि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।