गूंजने लगी शहनाई , शुरू हुआ बैंड-बाजा और बारात
बिक्रमगंज/रोहतास:- कोरोना काल के दो साल बाद एक बार फिर सड़कों पर बैंड-बाजा और बारात की धूम नजर आने लगी है । शादियों पर लगी पाबंदियां पूरी तरह हट चुकी हैं । जिससे शहनाई की गूंज एक बार फिर सुनाई देने लगी है । शादियों का सीजन शुरू होते ही बैंड-बाजा से लेकर सब कुछ पहले से बुक हो चुका हैं । इस साल जुलाई तक शादियों के कुल 47 मुहूर्त है । शादियों के सीजन से बाजार भी पूरी तरह से गुलजार हो गया है । शादी के लिए लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं ।
सर्राफा बाजार भी दमका:-
शादियों का सीजन शुरू होते ही सर्राफा बाजार भी दमक उठा है । आभूषणों की खरीदी के लिए बड़ी संख्या में लोग सर्राफा मार्केट पहुंच रहे हैं । शहर के सभी सर्राफा मार्केट में खरीदारी को लेकर काफी रस है । हालांकि सोने के दाम में तेजी बनी हुई है लेकिन इसके बाद भी सोने की खरीदारी सबसे ज्यादा हो रही है । सर्राफा के साथ ही कपड़ा बाजार में भी तेजी आ गई है । ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं ।
मैरिज लॉन, गार्डन से लेकर हलवाई तक सब बुक:-
कोरोना संक्रमण काल के चलते दो सालों तक खाली पड़े मैरिज लॉन एवं गार्डन में पुन: रौनक बढ़ गई है । लोगों ने शादियों के लिए तीन महीने पहले से एडवांस में बुकिंग कराकर रखी है । स्थिति यह है कि एक भी मैरिज लॉन या गार्डन खाली नहीं मिल रहा है । अधिकांश लोग को मैदान या सड़क पर ही टेंट लगाकर काम चलाना पड़ रहा है । घोड़ी और बैंड-बाजे वाले भी इस साल एडवांस बुकिंग में चल रहे हैं । सभी ने एडवांस ले रखा हैं । तीन मई को अक्षत तृतीया पर सबसे ज्यादा शादी-विवाह के आयोजन होना बताए जा रहे हैं ।
महंगाई के चलते बढ़ा शादियों का खर्च:-
महंगाई की मार शादियों पर भी पड़ती नजर आ रही है । आसमान छूती महंगाई के चलते शादियों के खर्चे में तीस प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो गई है । हजार लोगों के भोजन में जहां पहले डेढ़ से दो लाख रुपए तक का खर्च आता था वहीं यह बढ़कर अब तीन से साढ़े तीन लाख रुपए तक पहुंच गया है । इसी प्रकार वीडियोग्राफी, ड्रोन फोटोग्राफी एवं फोटोग्राफी सहित डेकोरेशन के चार्ज भी बढ़ गए हैं । इस महंगाई में शादी -विवाह के आयोजन कराने में मध्यम वर्गीय एवं गरीब परिवार पर सबसे ज्यादा मार पड़ रही है ।