मरम्मती नही होने से कंठ तर करने के बजाय सड़क तर कर रहा नल का जल,अधिकारी नही ले रहे कोई सुध,हाल वार्ड संख्या आठ का
बिक्रमगंज:- यह नजारा है नगर परिषद बिक्रमगंज के वार्ड संख्या आठ का।जहां एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार के मकान के समीप करीब छह माह से भी अधिक समय से नल का जल नल तक तो पहुच नही पा रहा है।मसलन जल नित दिन लीकेज होकर घण्टो मुख्य गली के सड़क को तर करता रहता है तथा पीने का शुद्ध जल नाली में गिर रहा है।जिसके कारण नल का जल लीकेज होकर बेकार सड़क पर बहने से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ता है।मजेदार तथ्य यह है कि शिकायत के वावजूद भी सबंधित पदाधिकारियो व कर्मचारियों के कानों पर जू तक नही रेंगता और नही इनकी कुंभकर्णी निद्रा भंग हो पाई है।बताया जाता है कि बुडको कम्पनी के ऊपर नगर के सभी 27 वार्डो के घरों में नल का जल पहुचाने की जम्मेवारी सौपी गई है तथा इसी कम्पनी की मरम्मती आदि की जवाबदेही भी होना बताया जाता है।नगरवासियों का आरोप है कि किसी भी वार्ड में संवेदकों या इस कम्पनी के अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा प्राकलन के अनुसार कार्य को अमलीजामा नही पहनाया गया है।बाते अब यहां तक होने लगी है कि घर तक इस्तेमाल किए गए नल का जल के लिए लगाये गए पाइप कम्पनी ने घटिया किस्म का उपयोग में लाया है।जिसका खामियाजा नगरवासी भुगत रहे है साथ ही घटिया किस्म के पाइप का उपयोग किये जाने से जल दूषित होना भी बताया जाता है तथा पीने से कई प्रकार के बीमारियों का दावत देने की भी आशंका नगरवासी जाता रहे है।हालांकि यह जांच का विषय है और जांचोपरांत ही स्पष्ट हो पायेगा की कम्पनी ने मानक के अनुरूप कार्य किया गया है या नही।सूत्रों पर विश्वास करे तो सात निश्चय योजना के तहत कम्पनी ने नगर के विभिन्न वार्डो में नल घर तक पहुचाने की जगह अधिकांश पाइप मुख्य गली मोहल्ले व घर के किनारे निकालकर ही छोड़ दिया गया है।जिससे हजारे लीटर पानी लोगो के कंठ तर करने के बजाय बेकार नाली में बह रहा है वही पशु गाड़ी आदि धोने के उपयोग में लाया जा रहा हैं।जबकि घटिया पाइप का उपयोग किये जाने से जगह जगह फाइप फट कर लीकेज होने से पानी नित दिन सड़क पर बह रहा है।जिसका जिताजगता उदाहरण नगर के वार्ड नम्बर आठ में देखी जा सकती है।जो महीनों से नल का जल किस तरह सड़क पर बह रहा है।लेकिन शिकायत के बाद भी मरम्मती कार्य नही की जा रही है।