देश के सब से बड़े न्यायालय में पहली बार सुप्रीम कोर्ट में एक साथ नौ जजों ने शपथ ली.
नई दिल्ली (एजेंसी ) : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी रमना ने तीन महिलाओं सहित उच्चतम न्यायालय के नौ नए न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई. भारत के सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक समय में नौ न्यायाधीशों ने शपथ ली है. उन्हें सुबह 10.30 बजे पद की शपथ दिलाई. उनके अलावा एक वरिष्ठ वकील भी सीधे सुप्रीम कोर्ट जज नियुक्त हुए. शपथ लेने वाले जजों की असाधारण रूप से बड़ी संख्या के चलते कार्यक्रम का आयोजन 900 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम में हुआ. हालांकि, कोविड प्रोटोकॉल के चलते कार्यक्रम में बहुत सीमित लोगों को अनुमति दी गई. इसमें सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों के अलावा एटॉर्नी जनरल, सॉलिसीटर जनरल, बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि, वरिष्ठ वकीलों के अलावा नवनियुक्त जजों के परिवार और मित्र उपस्थित रहे. कार्यक्रम में कोर्ट की रिपोर्टिंग करने वाले चुनिंदा पत्रकारों को ही निमंत्रण दिया गया था.
जिन जजों ने आज शपथ ली :
- जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका
- जस्टिस विक्रम नाथ
- जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी
- जस्टिस हिमा कोहली
- जस्टिस बंगलोर वेंकटरमैया नागरत्ना
- जस्टिस चुडलायिल तेवन रविकुमार
- जस्टिस एम एम सुंदरेश
- जस्टिस बेला माधुर्य त्रिवेदी
- पामीदिगंतम श्री नरसिम्हा
दिल्ली: न्यायमूर्ति ए.एस. ओका, विक्रम नाथ, जे.के. माहेश्वरी, हिमा कोहली, बी.वी. नागरत्ना, सी.टी. रविकुमार, एम.एम. सुंदरेश, बेला एम. त्रिवेदी और पी.एस. नरसिम्हा ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
(तस्वीर-सुप्रीम कोर्ट) pic.twitter.com/v9359AmCaE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2021
जजों के चयन करने वाले कॉलेजियम में सहमति न बन पाने के चलते करीब 2 साल से सुप्रीम कोर्ट में नई नियुक्ति नहीं हुई थी. इस कारण जजों के कुल 34 पदों में से सिर्फ 10 पद खाली हो गए थे. आज होनी वाली नई नियुक्तियों के बाद जजों की संख्या 33 हो गई है. इन जजों में से भविष्य में जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बी वी नागरत्ना और पी एस नरसिम्हा भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की संभावना हैं. अब तक सुप्रीम कोर्ट में कोई भी महिला चीफ जस्टिस नहीं हुई है. सितंबर 2027 में जस्टिस नागरत्ना के रूप में भारत को पहली महिला चीफ जस्टिस मिल सकती है.