ओयस्टर मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित
बिक्रमगंज /रोहतास (संवाददाता ):- कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास द्वारा ग्राम कवई प्रखंड सुर्यपुरा में बुधवार को ओयस्टर मशरूम उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में अनुसूचित समुदाय के 50 ग्रामीण महिला एवं पुरुषों ने भाग लिया । इस कार्यक्रम के तहत ओयस्टर मशरूम उत्पादन तकनीक के बारे में विस्तार से प्रायोगिक के साथ ग्राम वासियों को बताया गया । उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार के अनुसार मशरूम उत्पादन में गेहूं , भूसा, मशरूम स्पान, फॉर्मलीन, कार्बेंडाजिम रसायन, पानी, पॉलिथीन इत्यादि की आवश्यकता पड़ती है । एक बैग बनाने का खर्च लगभग 25 से ₹30 आता है, जिसमें से 2 से 3 किलोग्राम के मशरूम का उत्पादन होता है । कार्यक्रम में उपस्थित प्रभारी वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आर के जलज ने ग्रामीण महिलाओ एवं पुरुषों को मशरूम में उपलब्ध पोषक तत्व विशेषकर प्रोटीन, मिनरल, विटामिन के बारे में बताया । उन्होंने इसे पर्यावरण के अनुकूल भी बताया चुकी मशरूम,धान एवं गेहूं के भूसे से बनाया जाता है और बाद में इनके खाद बनाए जा सकते हैं । ग्राम वासियों को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं की जानकारी भी दी । कार्यक्रम में उपस्थित मृदा वैज्ञानिक डॉ एम के द्विवेदी ने मिट्टी जांच एवं खेती में मृदा की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि जितना मिट्टी से हम उपज को लेते हैं उतना मिट्टी को जैविक पदार्थ के रूप में वापस भी करना चाहिए । अतः पौधे का कुछ भाग हमेशा ही खेत में छोड़ देना चाहिए जो सड़कर खाद बन जाए । उन्होंने मूंग, उड़द, ढैंचा इत्यादि किसानों को खेत में उगाने की सलाह दी । इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के उमेश कुमार, राकेश कुमार एवं ग्राम वासियों में छोटेलाल निराला, शिवलाल राम, पवित्र पासवान, कंचन देवी, रामनाथ राम, शनिचरा देवी, लक्ष्मीना देवी, हेमंती देवी, अमरावती देवी, अशोक पासवान, पिंटू पासवान, रीता देवी, ललिता देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।