इस ऐतिहासिक सूर्य मंदिर व तालाब के आसपास लगा गंदगी का अंबार , स्थानीय लोग ही करते है व्रतियों की सुरक्षा , आज तक नहीं मिला है कोई प्रशासनिक सहयोग , बिहार का महापर्व कहे जाने वाले छठ पर प्रशासन सुस्त …

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कोचस (रोहतास) :- नगर पंचायत के बीचों बीच स्थित ऐतिहासिक सूर्य मंदिर व पोखरा इस बार भी छठ पूजा के मौके पर प्रशासनिक व्यवस्था का शिकार बन कर रह गया है। जहाँ सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। तालाब का फंफूद युक्त गंदा जल व आसपास फैले कूड़ा करकट अनेकों रोगों को आमंत्रित कर रहा है। पोखरा के बीचोबीच भगवान भास्कर का स्थित मंदिर प्रशासनिक उपेक्षा के कारण शोभा की वस्तु बन कर रह गया है।सूत्रों ने बताया कि छठ पूजा के अवसर पर दूर दराज से आने वाले हजारोे श्रद्धालू भक्तों की सेवा निजी पुजा समितियों द्वारा की जाती है हर साल छठ पर्व पर पूजा कर भगवान भास्कर से अपने सुख एवं समृद्धि की कामना करते हैं।नगरवासियों ने बताया कि यह मन्दिर काफी पुराना है।लेकिन इस ऐतिहासिक सूर्य मंदिर तथा इसके बीचोबीच पोखरे के जीर्णोद्धार के लिए आज तक कोई प्रशासनिक सहयोग नहीं मिला है।
हिन्दू सेवा समिति के कार्यकर्ता सोनू शर्मा ने बताया कि यहां वर्तियो की सुरक्षा स्थानीय लोग ही करते हैं।कई बार पर्यटन विभाग के अधिकारीयों ने इस जगह का मुआयना किया,लेकिन आज भी यह मंदिर तथा इसका पोखरा अपने जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा है। छठ पर्व के दौरान यहां हजारो की तादाद में लोग भगवान भास्कर को अर्घ देने पहुंचते हैं। बावजूद इसके प्रशासन द्वारा इस पोखरे के जीर्णोद्धार की पहल ना किया जाना अपने आप में एक आश्चर्य है। हालांकि स्थानीय स्तर पर ग्रामीण स्वयं सहयोग से घाट को व्यवस्थित करने का प्रयास करते हैं।
भाजपा नेता मुन्ना मिश्रा ने कहा ऐसे में लोगों को इंतजार है कि कोई तारणहार पर्यटन की दृष्टि से अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले इस मंदिर के जीर्णोद्धार में अपना योगदान दे। छठ पर्व के दौरान पोखरा का गन्दा पानी को बाहर निकालने के लिए 5 मोटर पम्प को लगाया गया है। गन्दा पानी निकल ताजा पानी भरने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है।आस-पास के लोगो के द्वारा पोखरा के पास अबैध तरीके से अतिक्रमण किये जाने के वजह से उपेक्षित है।नगर के लोगो को मन्दिर के विकास के लिए आगे आना होगा।
इस संबंध में नगर इओ डा० प्रियंका गुप्ता ने बताया कि नगर के बीचोबीच अवस्थित ऐतिहासिक सूर्य मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। नगर प्रशासन ने पोखरे के घाट को साफ कराया है। टूटी फूटी सड़क पर मिटी डाला गया है जहाँ लाइट बिजली पानी की समुचित ब्यवस्था करनी है।अनहोनी से निपटने के लिए स्थानीय गोताखोर की भी ब्यवस्था किया गया है। छठ से पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर लेनी है। आस-पास के लोगो को कूड़ा कचरा इधर उधर नही फेकने को लेकर सख्त मनाही किया गया है। आस-पास के लोगो के द्वारा मवेशी का गोबर रखने की वजह से पोखरा का पानी खराब हो रहा है।

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