बम बारूद और हथियार उपलब्ध कराता था
जमशेदपुर:- महाराज प्रमाणिक संगठन में बम, बारूद और हथियार उपलब्ध कराता था। उसके दस्ते के पकड़े गए सदस्यों के पास से गोली, हथियार, विस्फोटक और आइडी बरामद किए गए थे,महाराज प्रमाणिक, अनल दा, असीम मंडल, अतुल, अमित मुंडा के दस्ते पुलिस को बारुदी विस्फोट में उड़ाने, हथियार लूटने और लेवी वसूली में माहिर है। कुचाई, तमाड़, रायसिंदरी, जरागोड़ा और चाईबासा के झरझरा पहाड़ तथा अन्य जगहों पर विस्फोटक और आइडी छुपाकर रखते थे।
मार्च 2021 के लॉजी में आइडी धमाके में भी तीन पुलिसकर्मियों को उड़ा दिया गया था। इसमें महाराज प्रमाणिक की संलिप्तता सामने आई थी। महराज प्रमाणिक के दस्ते ने सरायकेला-खरसावां जिला के चौका थाना क्षेत्र बलना से रंका जाने वाली पहाड़ी के नीचे नीरज उर्फ अमित कर्मकार की बाइक जला दी थी। घटनास्थल पर नक्सली पोस्टर दस्ते ने छोड़ दिया था ।सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां में 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराज प्रमाणिक के दस्ते ने भाजपा प्रत्याशी का कार्यालय उड़ा दिया था। इसके बाद 21 मई 2019 को हुडांगदा में सुरु सिचाई परियोजना की साइट पर आइडी धमाके किया था। इस वर्ष 28 मई को कुचाई-खरसावां के सीमावर्ती क्षेत्र रायसिंदरी में आइडी विस्फोट किया था। इसमें 25 जवान घायल हो गए थे। चौका में पुलिसकर्मियों से हथियार की लूट महाराज प्रमाणिक दस्ते ने की थी। 24 दिसंबर 2019 को पालन डैम निर्माण कार्य में लगे छह वाहनों को महाराज प्रमाणिक के दस्ते ने आग लगा दिया था। ऐसे कई मामले है।
जब कराईकेला थाना बाइक के साथ घेराव करने पहुंचा था महाराज प्रमाणिक
सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर अनुमंडल क्षेत्र के कराईकेला थाना का घेराव 2017 में ग्रामीण उत्पीड़न को लेकर किया गया था। इसमें महाराज प्रमाणिक भी शामिल था। उसके साथी 10 बाइक में सवार होकर पहुंचे थे, लेकिन महाराज प्रमाणिक को पुलिस पहचान नहीं पाई थी। बाइक में ईंधन भरवाने की शर्त पर थाना घेराव करने वाले हटे थे।
लेवी वसूलने में माहिर महाराज प्रमाणिक
महाराज प्रमाणिक लेवी वसूली में माहिर रहा है। खाने-पीने, अच्छे कपड़े पहनने, वाहनों में घूमने का शौकीन रहा है। इसकी जानकारी उसके संगठन को भी रही है। बावजूद उसे संगठन में रखा गया।
दलमा पहाड़ी में लंबे समय तक रहा
सरायकेला-खरसावां जिले की पुलिस जब नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाती थी तो महाराज प्रमाणिक का दस्ता दलमा पहाड़ी में प्रवेश कर जाता था। दस्ते ने दलमा पहाड़ी क्षेत्र में सक्रिय नक्सली दस्ता असीम मंडल, मदन महतो, सचिन से हाथ मिला लिया था। दस्ते के सदस्य मिलकर काम कर रहे थे।