ध्वस्त चिकित्सा व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन की

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नासरीगंज/ रोहतास (संवाददाता ):-भाकपा (माले) के कार्यकर्ताओं ने ध्वस्त चिकित्सा व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन की। लोगों ने मांग की है कि बदहाल उपस्वास्थ्य केंद्रों को चालू करते हुए यहां स्थाई रूप से डॉक्टर व नर्स की बहाली की जा, केंद्रों पर इमरजेंसी के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध की जाएं, दवाएं व एंबुलेंस की गारंटी की जाए, जर्जर भवनों का पुनर्निर्माण किया जाए और किराए के मकानों की जगह सरकारी भवन की गारंटी की जाए। वहीं आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा मौतों के आंकड़े छिपाने की साजिश बंद किये जाने, तीसरी लहर आने के पहले सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की गारंटी, पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करने और कोरोना से मरने वालों के परिजनों को 4- 4 लाख रूपये मुआवजा दिये जाने की मांग की। धूस स्थित पार्टी कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपनी मांगों वाली तख्तियां भी हाथों में पकड़ रखी थीं।   पार्टी के जिला सचिव नंदकिशोर पासवान ने कहा कि क्रेंद्र व राज्य सरकार महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर आज भी किसी तरह के सुविधा मुहैया नहीं करा सकी है। ना तो डॉक्टर हैं और ना ही नर्सों की प्रतिनियुक्ती की गई है। अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्रों में भूसा और दीवारों पर गोबर पाथा हुआ मिलेगा। भवन जर्जर हो चुके हैं जहां बरसात में पानी चुता है। उन्होंने आरोप‌ लगाया कि पीएम मोदी और सीएम नितीश सरकार पूरी तरह फेल हो चुके हैं। और कोरोना महामारी ने इनके विकास के दावों की पोल पट्टी ही खोलकर रख दी है। मौके पर नंदकुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद, रधु साव, रिंकू बैठा, सरोज चद्रंवशी औ् निरंजन शर्मा इत्यादि उपस्थित थे।

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