पृथ्वी राज चौहान ने मोहम्मद गौरी के ही दरबार में शब्दभेदी बाण से मारे थे : डॉ० मनीष

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बिक्रमगंज /रोहतास (संवाददाता ):- स्थानीय वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय धारूपुर में पृथ्वीराज चौहान की जयंती धूमधाम से मनाई गई । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य सह भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री डॉ मनीष रंजन ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान भारत के ही नहीं पूरे विश्व के एक महान योद्धा थे । आज की पीढ़ी इनकी वीर गाथाओं के बारे में बहुत कम जानते है । डॉ रंजन ने बताया कि पृथ्वीराज चौहान ने 12 वर्ष की उम्र में बिना किसी हथियार के खूंखार जंगली शेर का जबड़ा फाड़ डाले थे और 16 वर्ष की आयु में ही महाबली नाहर राय को युद्ध में हराकर माड़वकर पर विजय प्राप्त की थी । सम्राट पृथ्वीराज चौहान के तलवार का वजन 84 किलो था और उसे वह एक ही हाथ से चलाते थे । डॉ रंजन ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने तलवार से एक ही बार में जंगली हाथी का सिर धड़ से अलग कर दिए थे । साथ ही साथ पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी को 16 बार युद्ध में हराकर जीवनदान दिए थे और गौरी ने 17वीं बार धोखे से उनको बंदी बना लिया था लेकिन उसके बाद भी पृथ्वीराज चौहान ने दरबार में अपना मस्तक नहीं झुकाए । पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी को उसी के भरे दरबार में शब्दभेदी बाण से मारे थे । उसको मारने के बाद भी वह दुश्मन के हाथों नहीं मरे । उनके जैसा महान शूरवीर योद्धा पूरे भारतवर्ष में दुबारा पैदा नहीं हुए । कार्यक्रम में प्रो वीर बहादुर सिंह, प्रो उमाशंकर सिंह, प्रो शिवकुमार सिंह , प्रो डॉ सुरेंद्र कुमार सिंह,प्रो डॉ ज्ञान प्रकाश सिन्हा,प्रो विजय कुमार सिंह, प्रो ब्रजकिशोर सिंह,प्रो सुनील कुमार तिवारी, प्रो दिनेश कुमार, प्रो अजय यादव,प्रो दिनेश पाठक, प्रो अनिल सिंह, प्रो बलवंत सिंह, अभय कुमार सिंह ,रोहित कुमार तिवारी, मंटू कुमार चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद थे ।

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