पप्पू यादव बोले- मुझे कोरोना पॉजिटिव कर मरवा देंगे नीतीश कुमार
पटना :- अपहरण के 32 साल पुराने मामले में मधेपुरा पुलिस ने मंगलवार को पप्पू यादव को अपने हिरासत में लिया. पप्पू यादव अपहरण के इस मामले में जमानत पर चल रहे थे. 20 सितंबर 2020 में उनकी जमानत की अवधी समाप्त होने पर इसी साल 22 मार्च में कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था.
इसी मामले में मधेपुरा पुलिस की टीम अब पूर्व सांसद पप्पू यादव को अपने साथ ले जाएगी और उन्हें जेल भेजेगी. पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बिहार में सियासी चहलकदमी बढ़ गई है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी और कांग्रेस पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध कर रही है. उनके समर्थक सड़क पर उतर आए हैं.
इस बीच अपनी गिरफ्तारी पर पप्पू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है. पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा है कि नीतीश सरकार उन्हें कोरोना पॉजिटिव कर मरवाना चाहती है.
पप्पू बोले- मरवाना चाहते हैं नीतीश कुमार
गिरफ्तारी के बाद जाप प्रमुख पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘नीतीश जी प्रणाम, धैर्य की परीक्षा न लें. अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा. मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है. तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं. अभी मेरा टेस्ट हुआ, कोरोना निगेटिव आया. आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं.’ उन्होंने एक और ट्वीट कर कहा, ‘सरकारों को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए तो पप्पू यादव से लड़ रहे हैं. हमारे साथ सेवा में, मदद में, जिंदगी बचाने में प्रतिस्पर्धा करो न! फंसाने और जेल भेजने की साजिश में समय जाया क्यों कर रहे हो? पूरे बिहार में मामला खोज रहे हैं, कैसे फंसाकर अपनी नाकामी छुपाएं’.
एंबुलेंस मामले में पप्पू यादव पर अमनौर में एफआईआर
बता दें कि सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी के संसदीय मद से खरीदे गई एंबुलेंस को छिपा कर रखने के मामले में मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव व उनके गार्ड पर एफआईआर की गयी है. सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है. अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केन्द्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है.पप्पू यादव ने सारण पहुंच कर अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र पर 30 से अधिक एंबुलेंस रखने का मामला उठाया था. इसके बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया. ये एंबुलेंस राजीव प्रताप रूडी के सांसद मद से खरीदी गई थी.रूडी ने बयान जारी कर कहा है कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव ने काफिले के साथ सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश किया. चौकीदार और अन्य कर्मियों से भी भिड़ गये. कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा एंबुलेंस लौटाए जाने के बाद उसे रखा गया था जिसकी तस्वीरें खिंचवाने के लिए उन्होंने उसे तहस-नहस किया.
मांझी ने कहा मानवता के लिए खतरा, माले ने भी की निंदा
पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके एवज में उसे गिरफ़्तार किया जाए, ऐसी घटना मानवता के लिए खतरनाक है. ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जांच के बाद ही कोई कारवाई होनी चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है तो जन आक्रोश होना लाजमी है. वहीं माले के राज्य सचिव कुणाल ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि कोरोना के दौर में राज्य सरकार खुद फेल है, लेकिन जो कुछ लोग मरीजों की सेवा में उतरे हुए हैं, उन्हें भी परेशान किया जा रहा है.