रोहतास में नाइट कर्फ्यू की उड़ी धज्जियां , बार बालाओं के ठुमके पर थिरके ग्रामीण , बिक्रमगंज थाना के शिवपुर गांव की घटना

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बिक्रमगंज /रोहतास (संवाददाता ):- बिहार ही नहीं पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है । रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है । वहीं,हर रोज 3 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं । लेकिन बिहार में शादी समारोह के नाम पर कोरोना पर लगी बंदिशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ।रोहतास जिले के बिक्रमगंज क्षेत्र के शिवपुर गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जो पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करता है । बिक्रमगंज में प्रशासन के आदेश के बाद जहां सभी दुकानें सुबह 6 बजे से 4 बजे के बीच खुल रही हैं, लेकिन शादी समारोह में इन बंदिशों पर कोई रोक-टोक नहीं है । दरअसल, शिवपुर गांव में बीती रात एक शादी समारोह में जमकर बार बालाओं के ठुमके लगे । इन बार बालाओं के साथ जमकर लोग नाचते नजर आए । मंच पर चढ़कर नाचते इन लोगों ने मास्क तक नहीं लगाए थे । इतना ही नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गईं । लोग बेखौफ होकर नाचते दिखे । कहीं से भी इन लोगों को कोरोना महामारी का कोई डर ही नजर नहीं आ रहा है । सवाल यह भी उठता है कि प्रशासन ने ऐसे आयोजन को होने कैसे दिया? क्या प्रशासन ने इस आयोजन के लिए परमिशन दी थी? अगर परमिशन नहीं दिया तो इसे रोका क्यों नहीं गया? बता दें कि पूरे देश में कोरोना का कोहराम जारी है । Covid19 india.org के मुताबिक, आज लगभग 3 लाख 92 हजार कोविड के केस पूरे देश में आए, वहीं 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई । हालांकि, 3 लाख से ज्यादा लोग आज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं । वहीं, अब तक के कुल आंकड़ों की बात करें तो देशभर में अब तक लगभग 2 करोड़ कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से लगभग 1 लाख 60 हजार लोग ठीक हो चुके हैं । वहीं, कोरोना की वजह से 2 लाख 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है । फिलहाल देश में 33 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं । ऐसे में शादी समारोह के नाम पर बार बालाओं के ठुमके जैसे आयोजन पर रोक लगाना चाहिए, लेकिन आम जनमानस तो दूर प्रशासन भी शायद इसे हल्के में ले रहा है ।

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