कर्मा धर्मा एकादशी व्रत हर्सोल्लास के साथ हुआ संपन्न
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बिक्रमगंज/रोहतास : मंगलवार को देर शाम बड़ी संख्या में माता व बहनों ने उपवास रखकर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विद्वतजनों के द्वारा श्रद्धा पूर्वक कर्मा धर्मा एकादशी व्रत की पूजन अर्चन की । साथ ही विद्वतजनों ने कर्मा धर्मा की कथा को माता व बहनों को श्रवण कराया । उसके उपरांत कर्मा धर्मा एकादशी व्रत अनुष्ठान के साथ संपन्न हो गया । विद्वतजनों ने कथा श्रवण के दौरान कहा कि जो व्यक्ति विधिपूर्वक इस व्रत को करते हैं , वे सब पापों से मुक्त होकर स्वर्ग में जाकर चंद्रमा के समान प्रकाशित होते हैं और यश पाते हैं । साथ ही जो भी श्रद्धालु इस कथा को श्रवण करते हैं , उनको एक हजार अश्वमेध यज्ञ एवं सैकड़ों वाजपेय यज्ञ करने का फल प्राप्त होता है । ये सारी बातें भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को सुनाई थी । विद्वतजनों ने कहा कि पदमा एकादशी के दिन रात्रि में जागरण भी करना चाहिए । इस अवसर पर पुरोहित के रूप में नवनीत साह , श्रोता नवीन चंद्र साह , पंकज गुप्ता , सरोज गुप्ता , माता कमला देवी , चंद्रावती , कुमकुम , उर्मिला बहन , सीमा , नंदिनी , जयमाला , कंचन देवी , मंजू सहित अन्य व्रती उपस्थित थी । कर्मा धर्मा के दिन झुर रखने की भी प्रथा प्रचलित है । साथ ही साथ बहनों ने पूजन के उपरांत भजन-कीर्तन व लोकगीत गाकर रात्रि जागरण की । साथ ही बुधवार को अहले सुबह झूर को भाई व बहनों ने साथ मिलकर नदी की जलधारा में विसर्जन कर महाव्रत का पारण भी की ।
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