बिष्टूपुर श्री राम मंदिर की पवित्रा और प्रतिष्टा को बचाना हम सभी आजीवन सदस्यों और श्रधालू का दायित्व है :- पूर्व अध्यक्ष सी एच शंकर राव
जमशेदपुर:- श्री राम मंदिर को विवाद में लाने की हमारी कभी भी मंशा नही रही। हमेशा मिल बैठकर संवाद से समस्या का समाधान के पक्ष में हमारी पूर्व कमेटी रही। यह बातें आंध्र भक्त श्री राम मंदिर के पूर्व अध्यक्ष सी एच शंकर राव ने प्रेस वार्ता में कही उन्होंने कहा किnश्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा की कमेटी जब से चुनाव में हमें पराजित कर आये, पिछले दो वर्ष से वे सार्वजनिक कई आरोप पूर्व कमेटी और व्यक्तिगत रूप से मेरी मानहानी करते आ रहें हैं।
लेकिन हमने लिखीत प्रार्थना पत्र सौंपा, व्यक्तिगत तौर पर अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा, महासचिव श्री दूर्गा प्रसाद शर्मा से मिलकर आपसी मतभेद संवाद से समस्या का समाधान निकाल लेनिकी प्रार्थना की। अगर समाधान नही होता तो, एक जाँच कमेटी का विकल्प य़ा नही तो ट्रस्टी के साथ मिल बैठकर समस्या का समाधान निकालने की प्रयत्न करें।
फिर भी कोई हल नही निकलता तो अंततोगत्वा आम सभा बुलाई जाय जिनका आदेश सभी पक्ष को मानना होगा। लेकिन अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा की कमेटी पेपर बाजी में उन्हे प्रसन्नता होती है। और वे लगातार प्रेस वार्ता कर श्री राम मंदिर की पवित्रा और प्रतिष्टा को धूमिल करने की कोशिश जारी रखी।
वहीं अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा का आश्वाशन अकाउंट का ऑडिट के बाद दिनांक २० जनवरी २०२१ को आम सभा आयोजित करनी की अपनी बात से पलट गए और आज भी ऑडिट का काम अप्रैल 2019 से लंबित है।।यह अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा का पूर्वनियोजित षड्यंत्र है। अगर ऑडिटर श्री चिगुलू राघवेन्द्र राव को सहयोग करने से ऑडिट पूर्ण हो जाती और 20 जनवरी 2021 को आम सभा बुलानी पड़ती। खेला हो रहा है।
शंकर राव ने कहा कि फिर भी पूर्व कमेटी मंदिर की प्रतिष्टा को ध्यान में रखते हुवे प्रेस में नही गए और वित्तिय आरोप और अपमान को सहते रहे। अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी अपनी दो वर्ष के कार्यकाल के काथाकाथित उपलब्दी गिनाते दिनांक २८-११-२०२१ को फिर एक बार पूर्व कमेटी पर वित्तिय आरोप लगाये।
यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि जब भी वे वित्तिय आरोप लगाते तो वित्तिय अंक एक दूसरे से भिन्न हो जाते है, यह तो बहुत बड़ी विडम्बना ही तो है :-
दिनांक २७-१२-२०१९ को कर्ज ₹4.5 लाख
दिनांक २९-११-२०२१ को कर्ज ₹ 12 लाख
दिनांक २७-१२-२०१९ को कमेटी को ₹0.34 लाख मिला
दिनांक २९-११-२०२१ को कमेटी को फंड के नाम पर खाते में नाममात्र राशि थी ।
क्या यहाँ यह बात स्पष्ट नही होती – ना कोई लिखी ना पढी, जो कही जब कहीं सब सही | कोषाध्यक्ष श्री बीसेटी विजय कुमार इंकार करते की उन्होने कोई ब्योर देने से।
विकास तो एक प्रक्रिया है और कर्ज का रहना स्वाभाविक है और कोई पाप नही पर हिसाब किताब सही रहना चाहिए, लेकिन खाता बही किस्की ज़िम्मेवारी अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा को समझ नही।
एक और ठगने वाली बात आप सब के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ :-
शंकर राव ने मंदिर कमेटी के अध्यक्ष और महामंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि क्या कभी अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी ने स्वीकारा की पूर्व कमेटी लगभग ₹ 1 करोड मूल्य का सोना चाँदी के अभूषण पूर्व कमेटी ने सौपा ?
क्या कभी अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी ने स्विकारा 15 लाख रूपय जो पूर्व कमेटी कोलानी अतिक्रमण से भाड़ा और बिजली का पैसा लेने से मना कर दिया चुपचाप ले लिए और मन्दिर को भारी क्षति अतिक्रमण केस को कमज़ोर कर दिया।
गोपरम का लोहा बेचा आने पौने में अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी और खा लिया।
गोपरम का बालू गिट्टी ईट का इसत्माल अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी ने किया।
यह सब तो पूर्व कमेटी के समय का है फिर अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी कहते कभी 34 हजार रूपय मिले कभी कहते नाम मात्र की राशि मिली।
लज्जा थोडी सी भी है तो सार्वजनिक क्षमा माँगे। और आजीवन सदस्यों से कम से कम क्योंकी अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा महासचिव श्री दूर्गा प्रसाद शर्मा और कोषाध्यक्ष श्री बीसेटी विजय कुमार से त्यागपत्र की अपेक्षा करना आजीवन सदस्यों की भूल सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह वही दूर्गा प्रसाद शर्मा है जो श्री राम मन्दिर की प्रतिष्टा धूमिल करने इनकम टैक्स को पूर्व में चिट्ठी लिखी ₹ 50 लाख की धोखाघड़ी के आरोप पूर्व कमेटी पर लगाये। आखिर क्या हुवा इस विषय में श्री दूर्गा प्रसाद शर्मा ही बताए।
यह वही दूर्गा प्रसाद शर्मा है जिन्हे अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा ने कारण बतावों चिठ्ठी – संख्या ABSRM/20-21/51 दिनांक 20-11-2020 51व ब्रहमोस्त्वालू जून 1-12-2020 चन्दा के रूपय गबन का आरोप पर निलम्बित हुवे और सजा के तौर पर बैंक चेक निर्गित करने का महासचिव के अधिकार को निरस्त किया गया। यही दूर्गा प्रसाद शर्मा सार्वजनिक स्विकारता है कि मन्दिर में चोरी हो रही है।
क्या एसा शक्स को महासचिव जैसे महत्वपूरण पद पर बने रहना मन्दिर के लिए उचित होगा ? इसका आजीवन सदस्य निर्णय करें।
Office bearer Asst Treasurer मन्दिर में tent house का व्यपार कर रहे है | और इनका मन्दिर godown भाड़ा कई हजार रूपय मन्दिर को बकाया कई महीनों से पड़ा है।
क्या यह संविधान का उल्लंघन नही ?
संयुक्त सचिव श्री पी प्रभाकर राव अपनी संवधानिक अधिकार के साथ लिखित आदेश जारी की तो अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा ने कारण बतावों चिठ्ठी दे दी यह कहते हुवे की संयुक्त सचिव अपनी सेवा कमेटी के अंतर्गत आने वाले जिम्मेवारी मे आदेश नही दे सकते और सेवा कमेटी उपाध्यक्ष श्री चिगुलू रमना राव ही लिखित आदेश दे सकते और सेवा कमेटी मीटिंग भी सेवा कमेटी उपाध्यक्ष बुला सकते और सेवा कमेटी संयुक्त सचिव मीटिंग भी नही बुला सकते। अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा संविधान को पढ़ नही पा रहे या समझ नही पा रहे।
इतना ही नही अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा गुट बाजी कर सेवा कमेटी संयुक्त सचिव श्री पी प्रभाकर राव और सहायक सचिव श्री ब्ल्ला श्रीनिवास राव जो लोकतांत्रिक प्रकरिया से चुन के कमेटी में आये उनहे कमेटी मीटिंग से बाहर कर दिया गया | प्रशन उठा ने पर सहायक सचिव श्री ब्ल्ला श्रीनिवास राव को भी कारण बतावों चिठ्ठी जारी की गई कमेटी मीटिंग में व्यवधान करने के झूठे आरोप में।
ए तो एक विडम्बना है की वी ड़ी गोपाल कृष्णा जुस्को कर्मचारी union के कैसे महासचिव बन गए !
क्या बिना उपाध्यक्ष श्री चिगुलू रमना राव महासचिव श्री दूर्गा प्रसाद शर्मा, और कोषाध्यक्ष श्री बीसेटी विजय कुमार के मिलिभगत से एसा संभव है जबकी अब तक लाखों रूपय का कारोबार दिया गया लेकिन कोषाध्यक्ष श्री बीसेटी विजय कुमार मन्दिर बकाया godown भाड़ा नही काटा, क्यों ?
कोलनी अतिक्रमण फूल वाला मन्दिर में व्यपार कैसे कर रहा है ?
उपाध्यक्ष श्री चिगुलू रमना राव महासचिव श्री दूर्गा प्रसाद शर्मा, और कोषाध्यक्ष श्री बीसेटी विजय कुमार tent house और कोलनी अतिक्रमण में कामिशान खोरी में लिप्त हैं।
इस खेल में क्या अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा भी भगीदार है नही तो क्यों आँखे मूंदे है, प्रशन तो स्वभाविक है।
मदिरा के शौकीन अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा अध्यक्ष पद की गरीमा और जिम्मेवारी बिल्कुल समझ नही पा रहे हैं और जो व्यक्तियों पर पूर्व से मन्दिर द्वारा कानूनी प्रक्रिया चल रही हो और जो कोलानी घर गैर कानूनी से दखल किया हो वही आज भी उस परिवार पर भाड़ा बिजली का बकाया हो उनहे श्री राम मन्दिर कि सदस्यता प्रदान की ऐसा अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष पर माहाभयोग लगा कर इनकी प्राथमिक सदस्यता रदद होनी चाहिए अगर वे तीनों स्वत त्याग पत्र अपने पद से नही देते।
श्री राम मंदिर पूजा-पाठ कर रही की नही अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा की कोई रूची नही – दूसरे संस्था श्री राम मंदिर मे जो पूजा अनुष्ठान करने की अनुमती धडले से दे दी जा रही, उदाहरण :-
विष्णु की अतिमुख्य सेवा वैकुँठ एकदाशी लगातार 2 अवसर दूसरी संस्था को आयोजन करने की अनुमती दी और श्री राम मन्दिर आयोजित नही की।
श्री सत्यनारायण वर्त भी वही संस्था को दे दी गई दिनांक 29-11-2021को और श्री राम मन्दिर मूकदर्शी।
समझा जाता है कि अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा तथा पूजा कमेटी उपाध्यक्ष श्री वेगी श्रीनिवास राव उसी संस्था से पूर्व से जुड़े हुवे है और श्री राम मन्दिर की उपेक्षा और अपनी पदवी का दूरपयोग।
श्री राम मन्दिर की पवित्रा और प्रतिष्टा को नष्ट करने वाले अन्य कई कार्य अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी की जो निमनलिखित है :-
श्री अलवेलामंगामा ब्रह्मुस्तावलू अब तीन दिनों का पाँच दिनों की जगह। पुलिस केस दर्ज श्री राम मन्दिर पर कोविड दिशा निर्देश उल्लंघन। पवित्र पेड पीपल को निकाल फेंक दिया गया । अशोक वृक्ष को काट दिया गया बिना वन विभाग के अनुमति। 25 हजार के जगह 15 हजार में कल्यान मनडपं अपने परचित को। 26 सदस्यों की कार्यसमिती में अपने चार दोस्तों को ले ली अब कार्यसमिती 30 सदस्य की हो गई। संविधान की धज्जी उडा दी।कर्ज ली गैर कानूनी प्रक्रिया से, संविधान का उल्लंघन।
पूर्व कमेटी की दो वर्ष की सयमं की बांध आखिरकार टूट गई अध्यक्ष श्री वी ड़ी गोपाल कृष्णा कमेटी की गैरकानूनी कार्यश्यली और मन्दिर की दुर्दशा देखकर बहुत दुख हो रही है इसलिए उपरोक्त सच्चाई को सार्वजनिक करने का बाध्य हो गए हैं।