देश को मुस्लिम विरोधी सांप्रदायिक हिंसा की आग में , झोंकने की साजिश को नाकाम करें : भाकपा माले
बिक्रमगंज/रोहतास :- रोहतास जिला भाकपा(माले) के काराकाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक कॉ अरुण सिंह सह केंद्रीय कमिटी सदस्य एवं रोहतास जिला सचिव सह राज्य कमिटी सदस्य नंदकिशोर पासवान ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जैसा कि आप को मालुम है कि 23 अप्रैल भारतीय इतिहास का एक ऐसा दिन है,जब अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने के लिए बिहार के शाहाबाद” आज का भोजपुर जिला के जगदीशपुर के बाबू कुंवर सिंह के नेतृत्व में सन 1857 में आजादी की पहली बिगुल फूंकी गई ,जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने अपने मादरे-वतन को फिरंगियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए जंगे मैदान में कूद पड़े थे । 1857 इसवीं के उस महायुद्ध में गोरे अंग्रेजों को बाबू कुंवर सिंह की सेना के सामने घुटने टेकने पड़े थे । आप सभी बखूबी जानते हैं और इतिहास भी गवाह है कि इस पहली आजादी को विफल कराने में कौन गद्दार लोग अंग्रेजों का साथ निभा रहे थे । आज जब देश 75 वें साल में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है,तो देश के शीर्ष सत्ता पर काबिज लोग (भाजपा – आरएसएस) हिंदू -मुस्लिम समुदाय के एकता के प्रतीक एवं आजादी के दीवाने बाबू कुंवर सिंह के इतिहास को हड़प लेने की साजिश रच रहे हैं । एक तरफ जहां गुजरात का तड़ीपार और आज देश के गृहमंत्री अमित शाह आसन्न 2024 के लोक सभा चुनाव तथा बिहार में भाजपा की सरकार बनाने का सपना संजोय बाबू कुंवर सिंह के सहारे फिर से देश एवं बिहार में अपने बूते सत्ता पर काबिज होना चाह रहे हैं । दूसरी तरफ अंग्रेजों के दलाल तथा बाबू कुंवर सिंह के शहादत के बाद डुमरांव महाराज को गोरों ने ईनाम स्वरूप उनकी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा दलाली में सौप दिया था । वही भाजपा 1857 के गद्दार डुमरांव महाराज का मूर्ति भी बनवा रहे हैं । ये दोहरी नीति नहीं चलेगी, गांधी का हत्यारा एवं देश की पहली जंग 1857 के गद्दारों को सबक सिखाना होगा । आज भाजपा रोजगार देने, मंहगाई कम करने में विफल तो है हीं, स्थिति यह है कि आरएसएस भाजपा पूरे देश को सांप्रदायिकता के आगोश मे झोंकने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाह रही है, इसका जीता जागता उदाहरण बीते राम नवमी को देखने को मिला । इस तरह दोहरे चरित्र रखने वाली भाजपा -आरएसएस को कहीं से भी बाबू कुंवर सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण करने का हक नहीं बनता है । भाकपा माले इसका पुरजोर विरोध करती है तथा आज दिनांक 22/04/2022 को नुक्कड़ सभा के जरिए भाजपा -आरएसएस के इस दोहरे चरित्र का पर्दाफाश करेगी ।