दिल्ली डबल मर्डर केस: बच्चों की हत्या से उठे सवाल, दंपती में था प्यार; तो श्यामजी ने क्यों उठाया ये खौफनाक कदम…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-मौत के 24 घंटे बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ खाली हैं। दोनों बच्चों की हत्या का राज क्या श्यामजी की मौत के साथ ही दफन हो गया। क्या श्यामजी चौरसिया (42) की मौत के साथ ही उसके दोनों बच्चों कार्तिक (15) और बेटी आस्था उर्फ गुन्नू (9) की मौत का राज भी दफन हो गया। यह सवाल सभी के मन में कौंध रहा है। हत्याकांड का पता चलने के 24 घंटे बाद भी पुलिस इस राज से पर्दा नहीं उठा पाई है।
परिजनों का कहना है कि पति-पत्नी के बीच मधुर संबंध थे। यदि सब कुछ ठीक था तो श्यामजी ने ऐसा कदम क्यों उठाया। फिलहाल पुलिस इसका जवाब ढूंढने में जुटी हुई है। पुलिस ने रविवार को एलबीएस अस्पताल की मोर्चरी में कार्तिक, आस्था और श्यामजी का शव पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया।
मूलरूप से गांव अहिना, पोस्ट मांधाता, प्रतापगढ़, यूपी के रहने वाला श्यामजी चौरसिया परिवार के साथ गली नंबर-6, शशि गार्डन, पांडव नगर में रहता था। इसके परिवार में पत्नी शन्नू चौरसिया के अलावा दो बच्चे कार्तिक और बेटी आस्था थे।
श्यामजी मयूर विहार फेज-1 के पास चाय की दुकान चलाता था। शुक्रवार से परिवार का उससे संपर्क नहीं हो पा रहा था। परिजन शशि गार्डन स्थित उसके घर पहुंचे तो वहां ताला लटका था। शनिवार दोपहर को दुर्गंध आने पर परिजनों ने पुलिस को खबर दी तो दोनों बच्चों की लाश एक कमरे में मिली जबकि दूसरे कमरे में पत्नी शन्नू चौरसिया बुरी तरह जख्मी हालत में मिली थी। उसका एम्स में इलाज जारी है। श्यामजी गायब था।

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छानबीन हुई तो शनिवार रात के समय पता चला कि शुक्रवार दोपहर के समय एक व्यक्ति ने आनंद विहार के पास ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। बाद में भाइयों ने उसकी पहचान श्यामजी के रूप में की। पुलिस परिजनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। मृतक की पत्नी शन्नू चौरसिया की कॉल डिटेल निकलवाकर हत्या की वजह जानने का प्रयास किया जा रहा है।

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