घाघीडीह जेल में हरपाल के परिवार को सुरक्षा देने का कोर्ट ने दिया आदेश
जमशेदपुर:- घाघीडीह जेल में 10 जुलाई को मदर टेरेसा ट्रस्ट के प्रमुख घोड़ाबांधा निवासी हरपाल सिंह थापर की मौत का कारण एक सप्ताह बाद भी पता नहीं चला है. रविवार को हरपाल के आवास पर उनकी आत्मा की शांति के लिए रखे श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति भी हो जाएगी. फिलहाल उनकी पत्नी पुष्पारानी तिर्की, वार्डेन व भतीजा आदित्य जेल में हैं. पत्नी के पेरोल पर बाहर आने की याचिका पर जिला कोर्ट में कोई सुनवाई नहीं हो सकी है. इधर, शनिवार को उनके अधिवक्ता बिमल पांडे ने जेल में पत्नी सहित तीनों लोगों को सुरक्षा देने की अपील कोर्ट से की थी. हवाला दिया कि पति हरपाल सिंह की जेल में मौत हो चुकी है. बिमल पांडे ने बताया कि इस पर जिला जज – 5 ने सुनवाई करते हुए डीसी को जेल में तीनों की सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सह पूर्व आईपीएस डॉ अजय कुमार से पुष्पा की बहन ऊषा रानी व परिजन मिले. उन्हें मामले की जानकारी दी. हरपाल सिंह के शव की वीडियो दिखाई. परिजनों ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए न्याय दिलाने की अपील की. डॉ अजय ने लगातार डॉट इन न्यूज को दूरभाष पर बताया कि हरपाल के परिजन मिले थे. जिस तरह हरपाल के पैर में छेद है. वह सीधे तौर पर दर्शाता है कि उन्हें यातना दी गई है. गर्म रड दागा गया होगा, क्योंकि मेरे कार्यकाल में कभी ऐसा मामला सामने नहीं आया, जब अचानक चलता फिरता इंसान मरता है और शरीर नीला पड़ा हो. शरीर में छेद हो जाए. इस मामले की शुरुआत में सीआईडी जांच होनी ही चाहिए. डीसी भी अपने स्तर से टीम गठित कर जांच करवा ही सकते हैं. उन्हें जांच टीम गठित करने से कौन रोक सकता है. जिन भाजपा नेताओं के साथ जमीन हड़पने को लेकर परिवार ने आरोप लगाए हैं उनकी भूमिका की तो जांच की जा सकती है. ऐसे संदिग्ध मामले में जेल अधीक्षक की लापरवाही है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने में क्यों देर हो रही है. उनकी पार्टी परिवार के साथ है. वे सीएम को मामले में त्वरित संज्ञान लेने के लिए पत्र भी लिखेंगे.
वहीं, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने भी इसे गंभीर मामला बताया है. उन्होंने कहा कि हरपाल सिंह की मृत्यु के एक सप्ताह बाद भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनके परिवार को नहीं दी गई है. यह कई शंकाओं को जन्म दे रहा है. अभी तक न्यायिक जांच की प्रक्रिया ही शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि समाज के लोग अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. जल्द ही सिख समाज का एक प्रतिनिधिमंडल घाघीडीह जेल जाकर इस पूरे प्रकरण की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष से सीबीआई जांच की मांग की जाएगी.