भाजपा में शामिल होने के बाद अपनी प्रतिष्ठा बचाने में सफल हुए चंपाई सोरेन
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जमशेदपुर । झामुमो को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले चंपाई सोरेन अपनी प्रतीष्ठा को बचाने में सफल हो गए हैं. उन्होंने सरायकेला सीट से विधानसभा चुनाव जीत ली है. जीत के पहले से ही चंपाई सोरेन अपनी सीट के लेकर आश्वास्त थे. जिस तरह से उन्होंने अपने विधानसभा में काम किया था उससे यह साफ लग रहा था कि उनकी जीत सुनिश्चित है.
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झामुमो प्रत्याशी गणेश महाली की बात करें तो वे कई बार चंपाई सोरेन से हार चुके हैं. इसके पहले तक चंपाई सोरेन झामुमो की टिकट पर चुनाव लड़ा करते थे, लेकिन इस बार भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते हैं. इसी तरह से पूर्व में गणेश महाली भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार झामुमो से टिकट मिली थी.
चंपाई सोरेन को सीएम रहते कुर्सी से हटा दिए जाने के कारण चंपाई सोरेन काफी नाराज चल रहे थे. नाराजगी के कारण ही उन्होंने झामुमो से किनारा कर लिया और भाजपा का दामन थाम लिया. अपने राजनीतिक करियर में चंपाई सोरेन की छवि बिल्कुल साफ है. वे कभी भी विवाद में नहीं रहे.
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