उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ चैतीछठ महापर्व।कोरोना महामारी के चलते अधिक से अधिक लोगो ने घर पर ही किया व्रत
दावथ /रोहतास (चारोधाम मिश्रा ):-लोक आस्था का महापर्व चैतीछठ सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।छठ पर्व के चौथे और अंतिम दिन व्रती और श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ शुक्रवार की सुबह अपने घरों व विभिन्न नदी घाटों और तालाबों के किनारे पहुंचे।उन्होंने पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया।कोरोना महामारी के चलते बहुत कम ही लोग दावथ प्रखंड के प्रसिद्ध पंचमन्दिर सूर्यमंदिर में छठ किये।अधिक से अधिक लोग अपने घर पर ही भगवान भास्कर को अर्ध्य दिये।नहाय-खाय के साथ 16 अप्रैल से शुरू हुए लोक आस्था के इस पर्व के दूसरे दिन व्रतियों के सूर्यास्त होने पर खरना के तहत रोटी एवं खीर का भोग लगाये जाने के बाद उनके द्वारा रखा गया 36 घंटे का निर्जला उपवास रविवार की शाम डूबते हुए सूर्य एवं सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ संपन्न हो गया।