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दावथ /रोहतास (संवाददाता ):- दावथ प्रखण्ड के सुंदर गांव में मंगलवार सुबह खेत में एक नवजात शिशु लावारिस स्थिति में फेंका हुआ मिला। रोते-सिसकारते बच्चें की आवाज सुन ग्रामीण एक़ित्रत हो गए। वहां पहुंची एक नवप्रसूता महिला ने अपना दूध पिलाकर बच्चे को चुप कराया। इस बच्चे के माता-पिता कौन है और किन परिस्थितियों में वे अपने नवजात को फेंकने पर जबूर हुए या किए गए यह साफ नहीं है। परंतु जिस नवजात बालक को उसके माता-पिता ने नहीं अपनाया, अब उसे अपनाने के लिए दावेदारों की भीड़उ लग गई है। स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस स्वास्थ्य विभाग के टीम के साथ मौके पर पहुंची, और नवजात के स्वास्थ्य जांच के लिए पीएचसी, दावथ ले जाया गया है।ग्रामीण ने बताया कि सुबह-सुबह सैर आदि पर निकले लोगों ने गांव के बाहर खेत में नवजात के रोने की आवाज सुनी, लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक नवजात शिशु रो रहा था। खेत में नवजात के मिलने की बात गांव मे आग की तरह फैल गई और मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची एक नव प्रसूता प्रतिमा देवी, जो हाल में एक बच्ची की मां बनी है, ने नवजात शिशु को गोद में ले अपना दूध पिलाया। मां का दूध मिलते ही नवजात चुप हो गया। तबतक बड़ी संख्या में जुटे लोगों में से कुछ दावेदार सामने आए, जो बच्चे को गोद लेने की बात कहने लगे। कुछ निसंतान बच्चे पर दावा करने लगे। ऐसे में ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित किया। स्थानीय पुलिस पीएचसी के एंबुलेंस के साथ पहुंची और नवजात शिशु को स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल ले गई। अभी भी अस्पताल के पास भारी भीड़ है और कई लोग नवजात को गोद लेना चाहते हैं। इधर बच्चे के स्वास्थ्य के जांच करने के बाद पीएचसी डाक्टर राणा प्रताप ने कहा कि बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अनुमंडल अस्पताल बिक्रमगंज भेजा जा रहा है।

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