झारखंड अधिकार मार्च में झामुमो ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, रोजगार और वादों पर मांगा जवाब…
झारखंड :गिरिडीह में शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार के खिलाफ ‘झारखंडी अधिकार मार्च’ का आयोजन किया, जिसमें सरकार की नीतियों और वादों पर तीखा हमला बोला गया। मार्च के बाद शहर के टावर चौक पर एक नुक्कड़ सभा भी की गई, जिसमें पार्टी के नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर युवाओं को ठगने का आरोप लगाया।
झामुमो के जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने सिर्फ युवाओं के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा की तरफ से युवा आक्रोश रैली निकाली जा रही है, लेकिन उससे पहले भाजपा को यह बताना चाहिए कि झारखंड राज्य के 24 वर्षों में 17 वर्षों तक शासन करने के दौरान उन्होंने कितने युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए।
केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप:
संजय सिंह ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की सरकार ने हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने और 15 लाख रुपये काले धन की वापसी का जो वादा किया था, वह महज एक जुमला बनकर रह गया। उन्होंने कहा कि भाजपा अब युवाओं को गुमराह करने में लगी हुई है।
सभा में संजय सिंह ने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा राज्य सरकार की सफलता से घबराई हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपना वोट बैंक खिसकता देख राज्य सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। झामुमो नेताओं ने राज्य की जनता से अपील की कि वे केंद्र सरकार की नीतियों और वादों पर ध्यान दें और उनके झूठे वादों के खिलाफ आवाज उठाएं।
झारखंडी अधिकार मार्च में जुटे झामुमो के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने के वादे पर सरकार से जवाब मांगा। इस मार्च के माध्यम से झामुमो ने अपने विरोध का सख्त संदेश दिया और केंद्र की नीतियों की आलोचना की।