हम तो सत्संग में गए थे हमारी क्या गलती थी!… बच्चे का शव देख डॉक्टरों के छलके आंसू…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- सत्संग के बाद मची भगदड़ में मारे गए लोगों में 37 शवों का पोस्टमार्टम हाथरस जिला अस्पताल में हुआ। पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि भगदड़ के दौरान मरने वालों में अधिकतर की दम घुटने से मौत हुई है। वहीं एक महिला का फेफड़ा फट गया जिससे उसकी मौत हो गई। इसके अलावा जिला अस्पताल में एक साढ़े तीन साल के बच्चे का भी पोस्टमार्टम हुआ।
जिला अस्पताल में हुए पोस्टमार्टम के बाद आई रिपोर्ट में 36 लोगों की मृत्यु दम घुटने से हुई, जबकि एक की फेफड़े फटने से। इनमें साढे़ तीन साल के बच्चे के पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों की टीम की आंसू फूट पड़े।
सत्संग के दौरान मची भगदड़ से 121 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। हाथरस जिला अस्पताल में 37 शवों का चार सदस्य चिकित्सकीय टीम ने पोस्टमार्टम किया।
बुधवार को हुए पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 36 लोगों की मृत्यु दम घुटने से हुई, जबकि एक महिला के भगदड़ दबने से फेफड़े फट गए। इस दौरान चिकित्सकों की टीम जब पोस्टमार्टम कर रही थी, उसमें साढ़े तीन साल का एक बच्चा भी था। बच्चे का पोस्टमार्टम करते समय चिकित्सकीय टीम का दिल दहल गया।
हाथरस के 21 लोगों की हुई मृत्यु
हादसे में मृत 121 में से 21 लोग हाथरस के रहने वाले हैं। मृतकों के हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा में पोस्टमार्टम किए गए। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को उनका गांवों में अंतिम संस्कार किया गया।