जमशेदपुर के इतिहास में 13 महीने में तबादला होने वाले पहले एसएसपी है प्रभात कुमार, इस वजह से हुआ तबादला…

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जमशेदपुर :-  पूर्वी सिंहभूम जिला के सीनियर एसपी प्रभात कुमार को सिर्फ 13 महीने के अंदर बदले जाने का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। हालांकि सूत्र बताते है कि राजनीतिक दबाव के चक्कर में इसका दंश एसएसपी प्रभात कुमार को झेलना पड़ा । बताया जाता है कि यह तबादला बिल्कुल अचानक किया गया। इसका पूर्वाभास आईपीएस प्रभात कुमार को भी नहीं था। वे शाम के वक्त साकची गोल चक्कर में बनने वाली पुलिस टावर की बिल्डिंग का निरीक्षण करने गए तभी उन्हें तबादले की खबर मिली। दूसरे दिन उन्होंने अपने कार्यालय में क्राइम मीटिंग रखी थी। सवाल यह उठता है कि जब प्रभात कुमार के एसएसपी बनने के बाद शहर में सब कुछ ठीक चल रहा था तब ट्रांसफर क्यों किया गया ? अगर सीधे शब्दों में कहा जाए तो प्रभात कुमार का तबादला बिन बादल बरसात की तरह किया गया है।

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सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह भी खबर है कि प्रभात कुमार के तबादले के पीछे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का हाथ है। मंत्री बन्ना गुप्ता को उन्हें अचानक हटा देना पड़ा इसके अनेक कारण बताए जाते हैं परंतु सबसे सटीक कारण मंत्री बन्ना गुप्ता की अश्लील वीडियो चैटिंग को माना जा रहा है। ज्ञात हो कि बन्ना गुप्ता की एक महिला से अश्लील बातें करते हुए एक विडिओ वायरल हुई थी। इसमें महिला ने सही तरीके से कपड़े नहीं पहने थे। वह महिला मानगो स्थित बाबा फर्नीचर की स्टाफ थी । चैटिंग प्रकरण के बाद वह अब तक गायब है। चैटिंग प्रकरण अप्रैल महीने 2023 में हुआ था।

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सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले यह वीडियो हजारीबाग के सांसद निशिकांत दुबे को प्राप्त हुआ | उनसे यह वीडियो पूर्वी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय को प्राप्त हुआ। उन्होंने इस मामले की गहन जांच की मांग की। एक न्यूज़ पोर्टल में यह वीडियो दिखाया गया था। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता विकास सिंह के हाथ लगा। विकास सिंह ने इसे वायरल कर दिया। यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि मंत्री बन्ना गुप्ता के पास पहुंच गया। मंत्री बन्ना गुप्ता ने दूसरे ही दिन साइबर थाना में वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई तथा वीडियो की जांच कर इसे वायरल करने वालों को सजा देने की मांग प्राथमिक में की।

विश्वास सूत्रों के मुताबिक मंत्री बन्ना गुप्ता चाहते थे कि कानून के धारा का हवाला देते हुए गलत और भ्रामक तरीके से व्यक्तिगत गोपनीयता को भंग करने के आरोप में अश्लील वीडियो चैट जारी करने के कारण सीनियर एसपी प्रभात कुमार विधायक सरयू राय और भाजपा नेता विकास सिंह को गिरफ्तार कर जेल में डाल दें। कानून में इस तरह की एक धारा भी है, जिसके तहत गलत एवं भ्रामक तरीके से व्यक्तिगत गोपनीयता भंग करना अपराध है। परंतु आईपीएस प्रभात कुमार इस मामले में विधायक सरयू राय और विकास सिंह की गिरफ्तारी के पक्ष में नहीं थे क्योंकि पहली नजर में पुलिस को मंत्री की अश्लील वीडियो चैट सही प्रतीत हो रही थी। अगर वे उन दोनों की गिरफ्तारी करते तो संभवतः बाद में पुलिस की फजीहत होती। संभवतः पुलिस को कोर्ट से फटकार भी खानी पड़ती।

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विश्वास सूत्रों ने बताया इस बीच विधायक सरयू राय द्वारा आयोजित रामार्च पूजन में उनके आमंत्रण पर आईपीएस प्रभात कुमार वहां पहुंचे। भाजपा नेता विकास सिंह के पुत्र के जन्मदिन पर भी विकास सिंह के अनुरोध पर प्रभात कुमार उनके घर गए । चर्चा है कि यह चीज मंत्री बन्ना गुप्ता को पसंद नहीं आईं तथा उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कहकर प्रभात कुमार का तबादला अचानक करा दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जमशेदपुर के इतिहास में ऐसे कोई सिनियर एसपी नहीं आए जिन्हें 13 महीने के अंदर बदल दिया गया हो।

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