जितू का गर्दन फंदा पर और पैर जमीन पर
जमशेदपुर : ओड़िशा के रहने वाले जितू ने शनिवार की सुबह सुंदरनगर थाना क्षेत्र के नीलडुंगरी की खेती में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना में जिस तरह की फोटो सामने आयी है उससे ऐसा नहीं लग रहा है कि उसने फांसी लगायी होगी. उसकी गर्दन फंदे पर थी और पैर जमीन से सटा हुआ था. लोग कह रहे हैं कि भला ऐसे भी कोई फांसी लगा सकता है.
गमछा फाड़कर बनाया रस्सी
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जितू के पास लाल रंग का एक गमछा था. गमछा फाड़ते हुये पड़ोस के लोगों ने उसे देखा था. गमछा फाड़ने के बाद वह उसकी रस्सी बना रहा था. यह भी शौच करने जाने वाले लोगों ने शनिवार की सुबह देखी थी. जब उसने फांसी लगायी तब किसी ने नहीं देखा था, लेकिन घटना की खबर तुरंत ही नीलडूंगरी बस्ती में फैल गयी थी. इसके बाद लोग बड़ी संख्य में खेती की तरफ गये और उसकी तस्वीर खींची.
एक पैर जमीन पर सटी थी
जितू की एक पैर जमीन को छू रही थी. इससे गांव के लोग भी यह चर्चा कर रहे थे कि ऐसे कोई फांसी कैसे लगा सकता है. घटना के बाद जब लोगों ने इसकी जानकारी ली तब पता कि जिस होटल में वह खाना खाता था, उसमें भी उसके रुपये उधार थे. सुंदरनगर के जिस साई सिलेंडर कंपनी में काम करता था उसमें उसे समय पर वेतन ही नहीं मिलता था. इस कारण से वह तनाव में था और तंग आकर आत्महत्या कर ली. ओड़िशा से परिवार के लोगों के आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकता है.