प्राकृति सरक्षण और जानवरों से बचाव के लिए वन विभाग के द्वारा जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
जमशेदपुर: जमशेदपुर वन विभाग ने प्राकृति को बचाए रखे और जानवरों से बचाव के लिए सोमवार को सोनारी वन भवन से एक जागरुकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान मौके पर आरसीसीएफ रवि रंजन, दलमा डीएफओ अभिषेक कुमार, डीएफओ ममता प्रियदर्शी, रेंजर दिग्विज सिंह, रेंजर विमद कुमार ने हरी झंडी दिखाई. मौके पर मौजूद डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने बताया कि यह जागरुकता वाहन वन विभाग के सभी पांच प्रक्षेत्रों में आगामी एक माह तक भ्रमण कर लोगों को जागरुक करने का काम करेगी.
इसके अलावा लोगों के बीच पैंपलेट भी बांटे जाएंगे जिसमें भालू और हाथियों से बचने के उपाय बताए गए है. डीएफओ ने बताया कि वन विभाग की ओर से पांच ज्वलंत मुद्दों को जागरुकता के लिए चुना गया है. उन्होंने बताया कि पहला मुद्दा गर्मियों से जानवारों को बचाना है. गर्मियों मे पानी की कमी हो जाती है जिससे कई पशु-पक्षी भटकते हुए रिहायशी इलाकों में चले आते है. हम इन पशु पक्षियों की प्यास बुझाने का काम कर सकते है इसके अलावा दूसरे मुद्दा हाथी-मानव द्वंद का है. लोगों को यह समझने की जरुरत है कि हाथी अपने बनाए रास्तों में ही चलते है. इस जागरुकता वाहन की मदद से हाथियों से बचाव के भी उपाय बताए गए है.
तीसरा मुद्दा वन अग्नि से जुड़ा हुआ है. जंगल में आग मानवीय भूल या सूरज की तपिश से लगती है इसके अलावा कभी कभी लोग महुआ के लिए भी जंगलों में आग लगाते है. लोगों को इससे बचना चाहिए. वहीं सांप से भी बचने के उपाय बताए गए है. डीएफओ ने बताया कि कई बार पक्षियों को रहने के लिए घोसला नहीं मिलता इसलिए वन विभाग की ओर से कृतिम घोसलों का निर्माण किया गया है जो की लोगों के बीच वितरित किया जाएगा. लोग अपने घरों में यह घोसलें लगा सकते है. जिससे की पक्षियों को उनका घर मिल सके. अंत में उन्होंने लोगों से अपिल की है कि लोग इन मुद्दों को समझने की कोशिश करे और इसे अपने जीवन में अपनाए.