डीजे और ट्रेलर का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था: डीसी-एसएसपी, जिला और पुलिस प्रशासन को विर्सजन जुलूस नहीं निकालने की जानकारी तक नहीं है. देखें video

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जमशेदपुर : शहर में रामनवमी अखाड़ा जुलूस को लेकर ट्रेलर और डीजे पर प्रतिबंध लगाये जाने के मामले में आखिर शुक्रवार की शाम जिले की डीसी विजया जाधव और एसएसपी प्रभात कुमार ने अपनी सफाई दे दी है. दोनों अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा कि अगर किसी को डीजे और ट्रेलर को लेकर किसी तरह की आपत्ति थी तो वे कार्यालय में आकर मिलकर अपनी बातों को रख सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दोनों अधिकारियों ने यह भी साफ कर दिया कि किसी अखाड़ा कमेटी की ओर से रामनवमी पर अखाड़ा जुलूस नहीं निकाला जा रहा है इसकी तो उन्हें जानकारी ही नहीं है.
डीसी ने क्या कहा
जिले की डीसी विजया जाधव ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय शांति समिति की सिदगोड़ा टाउन हॉल में हुई बैठक में ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था ट्रेलर और डीजे पर प्रतिबंध रहेगा. एक सवाल के जवाब में डीसी ने कहा कि ट्रेलर पर इस कारण से प्रतिबंध लगाया गया था कि उससे आवागमन में परेशानी हो सकती है. साथ ही आग लगने जैसी घटनायें भी हो चुकी है. अगर किस को अपना पक्ष रखना था तो वे रख सकते थे. कोई बातचीत के लिये ही नहीं आया. अगर मुद्दा था तो इतने दिन तक चुप क्यों थे.

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एसएसपी प्रभात कुमार ने क्या कहा
एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा कि शांतिपूर्वक जुलूस नहीं निकाले जाने की तो उन्हें जानकारी ही नहीं है. मैं खुद सीसीआर कंट्रोल रूम में बैठा हूं और देख रहा हूं कि विर्सजन जुलूस निकाला जा रहा है. कई अखाड़ा कमेटी के लोग विसर्जन कर घर भी जा चुके हैं. कुछ लोग विर्सजन जुलूस में खलल डालना चाहते हैं. वैसे लोगों की मंशा पूरा होने नहीं दिया जायेगा. अगर कोई निजी एजेंडा को उठा रहा है तो उसके बहकावे में नहीं आयें. शहर के लोग रामनवमी धूमधाम से रामनवमी मनायें. मजिस्ट्रेट तैनात हैं. पुलिस प्रशासन अखाड़ा कमेटी के साथ है.

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