बोड़ाम थाने में पदस्थापित दारोगा के खिलाफ एससी/एसटी थाने में दर्ज होगा विधवा से दुष्कर्म का मामला, बढ़ी पुलिस महकमे की परेशानी
जमशेदपुर : विधवा को तीन दिनों तक फ्लैट के कमरे में बंद कर अपनी हवस का शिकार बनाने के मामले में कोर्ट ने बिरसानगर के एससी/एसटी थाने में मामला दर्ज करने का आदेश दिया है. घटना के समय दारोगा विमल कुमार आजादनगर थाने में पदस्थापित थे, लेकिन वर्तमान में वे बोड़ाम थाने में पोस्टेड हैं. एक और दारोगा का मामला सामने आते ही पुलिस महकमे की परेशानी बढ़ गयी है. बोड़ाम के थाना प्रभारी भी मामले के उजागर होने के बाद खासा परेशान हैं.
सरायकेला-खरसावां जिले की रहनेवाली है पीड़िता
पीड़िता सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया मिरुडीह की रहने वाली है. घटना के दिन वह शादी-विवाह समारोह में मजदूर के रूप में बर्तन धोने का काम करने के लिये गयी हुई थी. इस बीच ही 16 अप्रैल 2022 की रात के 11.30 बजे ओल्ड पुरुलिया रोड आजादनगर के एक फ्लैट में दारोगा ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था. विरोध करने पर उसने मारपीट करने के साथ-साथ जान से मारने की धमकी भी दी थी. दारोगा विमल कुमार पर आरोप है कि उसने विधवा के साथ लगातार तीन दिनों तक दुष्कर्म किया था और कमरे में बंद कर रखा था.
तीन दिनों के बाद पहुंचा दिया था जुगसलाई
विधवा ने मामले में कहा है कि दारोगा विमल कुमार ने उसके साथ तीन दिनों तक दुष्कर्म करने के बाद एक कार से 18 अप्रैल 2022 की रात 8 बजे जुगसलाई पहुंचा दिया था. इसके बाद वह किसी तरह से अपनी मायका पहुंची थी. उसकी हालत देख परिवार के लोगों ने उसपर दबाव बनाया था उसके बाद विधवा ने पूरी कहानी बयान की थी. विमल पर आरोप है कि उसने अपने पुलिस साथियों के साथ मीरूडीह में भी पहुंचकर जान से मार देने की धमकी दी थी.
बच्चे को जन्म देने के बाद तूल पकड़ा मामला
दारोगा की ओर से विधवा को अपनी हवश का शिकार बनाये जाने के बाद गर्भवती हो गयी थी. इसके बाद एक दिसंबर 2022 को उसने बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद ही मामले ने तूल पकड़ लिया. 31 जनवरी 2023 को महिला की ओर से एसपी और आजादनगर थाना को रजिस्ट्री कर पूरी घटना की जानकारी दी. इधर पूरे मामले में आरोपी दारोगा ने अपना पक्ष रखते हुये कहा है कि उसे झूठे मामले में फसाने का काम किया जा रहा है.