मां नाम के स्मरण से हीं रोम – रोम पुलकित हो जाता है : राजेश्वर राज
बिक्रमगंज/रोहतास (संवाददाता ):- मदर्स डे मां के लिए एक खास दिन है । रविवार को देश भर में मदर्स डे मनाया गया ।काराकाट के पूर्व विधायक राजेश्वर राज नें कहा कि मां की सेवा व मां की भक्ति बड़ी सौभाग्य से मिलता है । वैसे तो मां अपने आप में हीं इतनी खास होती है उन्हें स्पेशल फील कराने के लिए एक दिन तो क्या सौ जन्म भी कम पड़ जाएंगे । मां नाम के स्मरण मात्र से ही मेरा रोम-रोम पुलकित हो उठता है । मां हमारे जीवन की हर छोटी बड़ी जरूरतों का ध्यान रखने वाली और उन्हें पूरा करने वाली ईश्वर के समान होती है । मां के आंचल सुरक्षा के अभेद्य कवच की तरह होता है । पूर्व विधायक श्री राज ने कहा कि मां की त्याग और बलिदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता । मां ने बचपन में ही गरीब असहायों की मदद करने की सीख और काम के प्रति पूरी सजग रहने की नसीहत दी है । आज उन्हीं के आदर्श पर चल रहा हूं । मां की कही हुई हर बात किसी आदर्श से कम नहीं है । ईश्वर को कोई नहीं देख सकता, ईश्वर की दूसरा रूप ही मां है । श्री राज ने कहा कि मां के भरोसे ही हमें मुकाम दिलाया, मां की आंचल की छांव परमसुख है मां मुझे अच्छी संस्कार के साथ साथ ईमानदारी का पाठ पढ़ाया है । मां के पाठशाला में अंकुरित होकर ही मैंने यह मुकाम हासिल किया है । मां मेरे परिवार की धड़कन है मां के जीवन में अनमोल स्थान है हर परिस्थिति में मेरी मां चट्टान की तरह खड़ी रहती है । श्री राज ने कहा कि मां ही ब्रह्मा है मां ही विष्णु है और मां ही महेश है इसलिए मां के चरणों में सौ सौ बार नमन और वंदन करता हूं ।