जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक, कक्षा 01-12वीं के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र तथा शत प्रतिशत दिव्यांगजनों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

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जमशेदपुर:- समाहरणालय स्थित एनआईसी कक्ष से जिला उपायुक्त  विजया जाधव द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बैठक की गई जिसमें जिला एवं सभी प्रखंडों से संबंधित पदाधिकारी जुड़े। बैठक में कक्षा 01-12वीं तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र तथा जिले के शत प्रतिशत दिव्यांगजनों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करने को लेकर विमर्श किया गया एवं जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। जिला उपायुक्त ने कहा कि उक्त दोनों प्रमाण पत्र नहीं होने से कई योग्य लाभुक अपने कैटेगरी में केन्द्र व राज्य सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं, ऐसे में यह आवश्यक है कि व्यापक अभियान चलाते हुए टाइम बॉन्ड तरीके से कार्य कर इस समस्या का निराकरण करें।

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जिला उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा कक्षा 01-12वीं तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने को लेकर संचालित किए जाने वाले अभियान के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया, जो प्रत्येक दिन इसकी समीक्षा करते हुए जिला उपायुक्त को प्रगति प्रतिवेदन समर्पित करेंगे। उन्होने कहा कि जिन विद्यालयों के बच्चों का प्रमाण पत्र बनेगा उनके प्राचार्य को पूर्व में ही प्लान बता दें ताकि निर्धारित समयावधि में वे बच्चों की सूचि उपलब्ध करा सकें। विद्यार्थियों का ऑनलाइन आवेदन विद्यालय में ही टैग किए हुए प्रज्ञा केन्द्र द्वारा अपलोड किया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी विद्यार्थियों को जाति प्रमाण पत्र हेतु निःशुल्क प्रपत्र उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया। जिला उपायुक्त ने कहा कि सभी अंचल अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि संबंधित अंचल निरीक्षक अथवा राजस्व उप निरीक्षक के द्वारा विद्यार्थियों को वांछित दस्तावेज / अभिलेख सुगमतापूर्वक प्राप्त हो जाए, ताकि आसानी से संबंधित आवेदन पत्र ऑनलाईन पोर्टल पर अपलोड करते हुए ससमय जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जा सके। संबंधित अंचल अधिकारी उक्त कार्य हेतु सभी प्रधानाध्यापक, संबंधित राजस्व उपनिरीक्षक एवं अंचल निरीक्षक तथा प्रज्ञा केन्द्र एवं प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी के साथ आवश्यक समन्वय स्थापित करेंगे। भूमिहीन, कागजात की अनुपलब्धता आदि की समस्या आने पर सभी अंचल अधिकारी राज्य सरकार के प्रावधानों का अनुपालन ससमय कराते हुए समस्या का निराकरण करेंगे। जिला उपायुक्त द्वारा निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक वैसे 7 प्रखंड जिनमें आवश्यक प्रगति अबतक नहीं हो पाई है उनमें नवनियुक्त 7 उप समाहर्ता को प्रतिनियुक्ति का आदेश दिया गया है।

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जिला उपायुक्त विजया जाधव द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाये जाने को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया गया कि 31 मार्च तक जिले के शत प्रतिशत दिव्यांगजनों का कैम्प लगाकर संबंधित सक्षम पदाधिकारी प्रमाण पत्र निर्गत करना सुनिश्चित करेंगे। सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा ने जानकारी दी कि वर्तमान में 11738 दिव्ंयागता प्रमाण पत्र जिले में बना है जिनमें 5317 का UDID कार्ड निर्गत किया जा चुका है, 1311 प्रक्रियाधान है । जिला उपायुक्त ने 18 वर्ष या इससे ऊपर के दिव्यांगजनों को चिन्हित करने हेतु वोटर लिस्ट, 05 से 14 आयु वर्ष को U-DASH तथा 05 वर्ष के नीचे के दिव्यांग बच्चों को चिन्हित करने के लिए आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका से आंगनबाड़ी केन्द्रवार सर्वेक्षण सूचि प्राप्त करने का निदेश दिया गया।

पूर्वी सिंहभूम जिला में उक्त कार्य हेतु प्रतिदिन मेडिकल बोर्ड बैठ रही है जिसमें सप्ताह के प्रथम चार कार्यदिवस को धालभूम अनुमंडल स्थित सदर अस्पताल तथा शेष दो कार्यदिवस में घाटशिला अनुमंडल स्थित अनुमंडल अस्पताल घाटशिला को विशेष रूप से चिन्हित किया गया है। जिला उपायुक्त द्वारा आगामी दिनों में प्रखंड स्तर पर आयोजित किए जाने वाले दिव्यांगता कैम्पों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया ताकि सभी छूटे दिव्यांगजन, जिनका प्रमाण पत्र अबतक नहीं बन पाया है उन्हें शत-प्रतिशत चिन्हित करते हुए निर्धारित तिथियों को कैम्प में पहुंचने तथा दिव्यांगता की जांच एवं मूल्यांकन में सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा सके। जिला उपायुक्त ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जो भी प्रमाण पत्र निर्गत हो वह स्वावलंबन पोर्टल(www.swavlambancard.gov.in) के माध्यम से UDID कार्ड के रूप में ही निर्गत हो। इस पोर्टल पर लंबित मामलों का सतत् पर्यवेक्षण भी किया जाय तथा इनके शीघ्र निष्पादन हेतु कार्रवाई की जाय । जिला उपायुक्त ने बताया कि पूर्व में जो भी प्रमाण पत्र निर्गत किये गये हैं उनको भी इसी स्वावलंबन पोर्टल पर अंकित करते हुए उन्हें UDID में परिवर्तित करने की कार्रवाई करें ।

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बैठक में उप विकास आयुक्त  प्रदीप प्रसाद, निदेशक डीआरडीए  सौरभ सिन्हा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. साहिर पाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी  एस.डी तिग्गा, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी किशोर प्रसाद, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा  अमरेन्द्र कुमार एनआईसी कक्ष से तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, बीईईओ, बीडब्लूओ आदि वीसी से जुड़े ।

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