दुर्गापूजा में सरकार के आदेशों पर बिफरे भाजपा जिलाध्यक्ष, कहा- प्रतिमा की ऊंचाई, भोग वितरण ना करने संबंधी आदेश वापस ले सरकार

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सरकार समाधान के बजाय हाथ खड़े कर रही है, हेमंत सरकार में बार-बार लगातार आस्था पर किया जा रहा चोट: गुँजन यादव।

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जमशेदपुर (संवाददाता ):– दुर्गापूजा को लेकर पांच फीट की प्रतिमा, भोग वितरण, विधुत सज्ज़ा के मनाही पर राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश पर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने आपत्ति जताई है। सरकार पर कोरोना के बहाने धार्मिक आस्था पर चोट करने का आरोप लगाते हुए भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की है। बुधवार को जारी प्रेस-रिलीज में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दुर्गापूजा उत्सव पर जारी आदेश नियमसंगत नहीं है। आदेश में जिस प्रकार से प्रतिमा की ऊंचाई पांच फीट रखने, पंडाल को तीन तरफ से ढकने, विद्युत सज्ज़ा, भोग वितरण ना करने और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर रोक संबंधी आदेश दिए गए हैं, उससे यह आदेश आनन-फानन में बनाया हुआ प्रतीत होता है। महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने राज्य सरकार से सवाल करते हुए कहा कि क्या पांच के जगह 6 फ़ीट की प्रतिमा बनाने, कमेटी द्वारा पैकेट बनाकर भोग घरों में देने, विद्युत सज्ज़ा करने से और 18 वर्ष के युवाओं का माँ दुर्गा के दर्शन हेतु प्रवेश करने पर कोरोना फैल जाएगा। गुँजन यादव ने कहा कि जिस तरह से हेमंत सरकार में धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने का काम किया जा रहा है वो कानून सम्मत नहीं है। इस आदेश से तो ऐसा लग रहा है कि सरकार समस्या का समाधान नहीं बल्कि हाथ पर हाथ धरे बैठी है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा पर समाजिक दूरी और 2 गज दूरी के क्षमतानुसार उपस्थिति के साथ सार्वजनिक स्थानों पर पंडाल बनाने और मन्दिरों में साज-सज्जा करके पूजा और दर्शन करने की छूट दी जाए। कहा कि दुर्गापूजा के उत्सव के दौरान लाउडस्पीकर के माध्यम से माता के भजन, चंडीपाठ और महालया पाठ समाज मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। महाष्टमी की पुष्पाजंलि का अपना महत्व है। वहीं, मां दुर्गा के विदाई पर महिलाओं द्वारा सिंदूर खेलने की भी सैकड़ों वर्षों पुरानी परंपरा है। जिनमें महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं और लंबे सुहाग की कामना करती हैं। परंतु राज्य सरकार ने इन सबकी अनदेखी की है। उन्होंन कहा कि जब प्रदेश में कोरोना का प्रकोप कम है और पूरे प्रदेश में केन्द्र सरकार के मुफ़्त टीकाकरण अभियान के तहत आधी आबादी से अधिक लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है, ऐसे में सरकार द्वारा दिया गया आदेश पूर्ण रूप से आस्था पर हमला है। गुँजन यादव ने कहा कि ताकत के बल पर बार-बार आस्था पर हमला किसी भी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से जारी आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की है।

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