झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री तथा वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक श्री सरयू राय ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ बिष्टुपुर स्थित आवास पर ‘श्री रामार्चा पूजा’ का किया आयोजन
जमशेदपुर:- गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री तथा वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक श्री सरयू राय ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ बिष्टुपुर स्थित आवास पर ‘श्री रामार्चा पूजा’ का आयोजन किया। प्रत्येक वर्ष की भांति बड़े ही विधि विधान से भगवान श्री रामचंद्र जी को सपरिवार, सपितृ, सभी देवी-देवताओं का पूजन किया गया। समस्त पूजन कार्यक्रम का आयोजन बेगुसराय के विख्यात पंडित गौरी शंकर जी तथा स्थानीय पंडित विनोद पाण्डेय एवं प्रेम प्रकाश पाण्डेय (धनजी पाण्डेय) के साथ 7 सदस्यीय पंडितों के नेतृत्व में किया गया। पूजन कार्यक्रम प्रातः 7 बजे आरंभ हुई जो संध्या 5.15 बजे पूर्णाहूति के साथ संपन्न हुई। सावन का पहला दिन के अवसर पर कल प्रातः रुद्राभिषेक का क्रायक्रम रखा गया है।
ज्ञात हो कि विगत 16 वर्षों से बड़े धुम-धाम से रामार्चा पूजा का आयोजन विधायक सरयू राय के द्वारा किया जाता है। इस दौरान प्रसाद का आयोजन किया जाता है जिसमें जमशेदपुर के साथ ही पूरे झारखंड राज्य एवं विभिन्न राज्यों से लगभग 45-50 हजार लोग प्रसाद ग्रहण करने आते हैं। विगत वर्ष से कोविड 19 के कारण प्रसाद का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इस वर्ष भी कोविड 19 के मद्देनजर सिर्फ पूजन का कार्यक्रम रखा गया तथा लोगों को आमंत्रण नहीं भेजा गया है। विधायक सरयू राय ने जानकारी दी है कि पूजन के पश्चात लोगों के घरों तक प्रसाद पहुँचाने की व्यवस्था की जाएगी। इस कार्य के लिए भाजमो के कार्यकर्ताओं की टीम बनायी गयी है जो कोविड 19 का नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के घरों तक प्रसाद पहुँचाएंगे। लगभग 40 हजार प्रसाद का पैकट तैयार किया जा रहा है जिसे अगले 2 दिनों में भाजमो कार्यकर्ता जमशेदपुर के विभिन्न लोगों के घरों तक पहुँचाने का कार्य करेंगे। श्री रामार्चा पूजा के माध्यम से विधायक सरयू राय ने अपने विधानसभा के साथ ही पूरे जमशेदपुर, राज्य तथा देश के लोगों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए और वर्तमान कोरोना संकट में लोगों की सुरक्षा की कामना की।
पूजन कार्यक्रम में भारतीय जनतंत्र मोर्चा के साथ ही विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यों से जुड़े लोग स्वेच्छा से शामिल हुए।