बीपीएससी में गुफरान मजहरी चयनित, बने अंचलाधिकारी

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करगहर / रोहतास (संवाददाता ):-सच ही कहा गया है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। मेहनत अपना रंग दिखाती ही है। कुछ ऐसा ही हुआ है करगहर का अल्पसंख्यक का बेटा मो० गुफरान मजहरी के साथ। उन्होंने अपनी मेहनत से न केवल करगहर बल्कि बिहार में भी अपनी प्रतिभा का झंडा बुलंद किया है। उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) में अपनी प्रतिभा का झंडा बुलंद कर सफलता हासिल की। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। विदित हो कि करगहर पंचायत के वार्ड न०12 के रहने वाले हैं मरहूम हाजी फकरी साहब के नाती मो०गुफरान मजहरी ने अपनी पढाई और लगन से आज से दस साल पहले 10+2 विद्यालय में शिक्षक के रूप में चयनित हुए।जो डिभियाँ के 10+2 विद्यालय में शिक्षक के रूप कार्यरत होकर छात्र,छात्राओं को शिक्षा देते आ रहे थे और अपनी तैयारी करते रहे कभी भी अपनी हार नही माने, शुरू से ही उनके मन में आईएएस और बीपीएससी का आफिसर बनने को ठान लिये थे ।मन और लगन से मेहनत करते आखिर एक दिन उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने ने बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) की परीक्षा में सफलता हासिल की । रविवार को बिहार लोक सेवा आयोग ने 64वीं का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इसमें कुल 1454 छात्रों का चयन किया गया है। जिसमें मो०गुफरान मजहरी ने 385 रैंक लाकर अंचलाधिकारी के पद पर चयनित होकर प्रखंड का मान बढ़ाया है।बीपीएससी में जिला ,प्रखंड के नाम रोशन करने वाले मो०गुफरान मजहरी ने कहा कि उनका मुख्य सपना आईएएस बनना है।

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