फिर एक बार “लाॅकडाउन”हुआ ईद का त्योहार , न हाथ मिलाया,न गले लगाया फिर भी सबने कहा ईद मुबारक , शिक्षकों के घरों में ईद के बदले मना मोहर्रम
दावथ / रोहतास ( चारोधाम मिश्रा ) :- कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर”लाॅकडाउन” हुआ ईद का त्योहार।बीते साल की तरह इस साल भी दावथ प्रखंड क्षेत्र के मुसलमानों ने लाॅकडाउन का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ईद उल फित्र की नमाज अदा की।न हाथ मिलाया,न गले लगाया फिर भी सब ने कहा “ईद मुबारक” लाॅकडाउन की सख्ती के कारण अधिकतर जगहों पर ईदगाह,मस्जिद बंद रहे।बावजूद मुसलमानों ने ईद की नमाज घरों,छतों,दरवाजों पर छोटे-छोटे समूह बना कर अदा किया।कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया गया। हालांकि ईद की नमाज के बाद ज्यादातर मोहल्ले में लोग एक दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद दी और सेवईयां खाई लेकिन कोरोना गाइडलाइन का भी ख्याल रखा और न हाथ मिलाया,न गले लगाया फिर भी बच्चे,बूढ़े,जवान सबने कहा ईद मुबारक।प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर ईद उल फित्र की नमाज अदा किए गए और पूरे देश भर में कोरोना वायरस की समाप्ति,अमन व शांति,आपसी भाईचारा कायम रहने के लिए मुसलमानों ने रो रो कर दुआएं मांगी।ईद खुशियों का त्योहार है लेकिन देश भर में जारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के भयावह हालात के कारण मुसलमानों ने बड़े ही सादगी के साथ ईद उल फित्र की खुशियां मनाई।नये कपड़ों के बजाए अधिकतर लोगों ने पुराने कपड़ों मे ही नमाज अदा किए।इस साल भी ईद क्षेत्र के सैंकड़ों शिक्षकों के लिए फीका रह गया।सरकार द्वारा बीते चार माह से शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है।जबकि बीते दो सप्ताह पूर्व ही शिक्षा मंत्री द्वारा मीडिया में खबर देकर ढिंढोरा पीटा गया कि ईद से पहले सभी विद्यालय,मदरसा के शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया जाएगा।जिसके लिए राशि जारी कर देने का समाचार भी सुर्खियों में रहा बावजूद इसके बगैर वेतन पाए सैकड़ों शिक्षकों ने ईद उल फित्र का त्योहार मनाया।