महिला सशक्तिकरण में वीमेंस कॉलेज को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान

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जमशेदपुर :- वीमेंस कॉलेज झारखंड सहित पूर्वी भारत में गुणवत्तापूर्ण स्त्री शिक्षा के मानक संस्थान के रूप में जाना जाता है। परंपरागत और वोकेशनल पाठ्यक्रम के साथ अपनी श्रेष्ठ कवायदों के चलते यह झारखण्ड का पहला महिला विश्वविद्यालय भी बना है। महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काॅलेज को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। जानकारी देते हुए काॅलेज की प्राचार्या सह केयू की पूर्व कुलपति प्रोफेसर शुक्ला महांती ने बताया कि यूजीसी द्वारा अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका न्यू मैन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मल्टीडिसीप्लीनरी स्टडीज में छपे पीयर रिव्यूड शोध पत्र में इस संस्थान की नैक से ग्रेडिंग और बेस्ट प्रैक्टिस को अध्ययन का आधार बनाया गया है। काॅलेज ने 2017 में नैक द्वारा 3.06 ग्रेड प्वाइंट प्राप्त किया था और इसी आधार पर केन्द्र व राज्य द्वारा वीमेंस युनिवर्सिटी के रूप में स्तरोन्नयन के लिए चुना भी गया था। महिलाओं में कंप्यूटर साक्षरता, रोजगार की सुलभता और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में संस्थान ने विशेषज्ञता पाई है। इसी तरह ग्रीन हाउस संरक्षण, सोलर सिस्टम का विस्तार, प्लास्टिक के प्रयोग को प्रतिबंधित करना, वृक्षारोपण में वृद्धि, प्रभावशाली पर्यावरण व जल प्रबंधन काॅलेज की बेस्ट प्रैक्टिसेज रही हैं। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रिसर्च जर्नल में प्रकाशित इस खबर को रूसा के झारखण्ड राज्य परियोजना निदेशालय ने भी संज्ञान में लिया है और सराहना की है।

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