सोनारी में अतिक्रमण का जाल: स्वच्छता और व्यवस्था पर खतरा, सोनारी की जन समस्याओं पर संज्ञान की जरूरत – सुधीर कुमार पप्पू
जमशेदपुर: सोनारी, जो कभी अपनी स्वच्छता और व्यवस्थित परिवेश के लिए पहचाना जाता था, अब अतिक्रमण और अव्यवस्था के गंभीर संकट का सामना कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, इलाके की मुख्य सड़कों और चौकों पर ठेले-खोमचों और अस्थायी दुकानों ने कब्जा जमा लिया है, जिससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है।
सोनारी एयरपोर्ट चौक से लेकर पुराना थाना लाइन, नर्स क्वार्टर चौक, कागल नगर राम मंदिर चौक और मोनी बाबा मंदिर चौक तक की सड़कों पर ठेले और अवैध दुकानों ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। ग्राहकों द्वारा सड़क पर ही वाहन खड़ा कर देने से सड़कों पर जाम की स्थिति बनती है। आम लोगों को आने-जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, और कभी-कभी विरोध करने पर विवाद और मारपीट की नौबत भी आ जाती है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, इन ठेलों और अस्थायी दुकानों के जरिए नशीले पदार्थों की बिक्री और सेवन भी हो रहा है। इससे खासकर महिलाओं को असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। नशे की हालत में कुछ लोग महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं, जिससे इलाके में अशांति का माहौल बना रहता है।
टाटा स्टील और जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) द्वारा सड़क चौड़ीकरण के प्रयासों के बावजूद अतिक्रमण फिर से अपनी जगह बना लेता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और संबंधित अधिकारी इस गंभीर समस्या के प्रति उदासीन हैं।
स्थायी समाधान की मांग
सोनारी थाना शांति समिति के सचिव और अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने जिला प्रशासन, वरीय पुलिस अधीक्षक, धालभूम एसडीओ, जेएनएसी और टाटा स्टील के अधिकारियों से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने और सोनारी को स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
ग्रामीण बाजार भी बने समस्या का हिस्सा
एरोड्रम बाजार और गुदरी बाजार में खरीदारी के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से आए विक्रेता सड़क किनारे सब्जी बेचते हैं, जिससे सड़क का अतिक्रमण और यातायात बाधित होना स्वाभाविक है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि वे सोनारी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए सख्त कदम उठाएं और इस क्षेत्र की स्वच्छता और व्यवस्था को बहाल करें।