पोखर में पानी सुखाने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया
बिक्रमगंज/रोहतास (संवाददाता ):- नासरीगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत धनाव पंचायत स्थित रामनाथ टोला वार्ड 09 में स्थित जल जीवन हरियाली के अंतर्गत जल संचय के उद्देश्य से बना जल पोखर को अपने स्वार्थ को ले जल नष्ट करने का आरोप ग्रामीणों ने बंदोबस्तधारी मछुवारा पर लगाया है । ग्रामीण विनोद सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, परमानन्द सिंह, धीरज राज, राहुल कुमार, गोल्डेन कुमार, उप मुखिया अनिल सिंह, वार्ड सदस्य राजकुमार समेत अन्य ने बताया कि पोखर के जल को नियम को ताक पर रख जल को सुखाया जा रहा है, जिसके कारण जल का लेयर भाग गया है । गांव के सभी चापाकल सूख गये हैं । मवेशियों को पोखर सूखने से पीने का जल एवं नहाने को ले कठिनाई हो रही है । ग्रामीणों ने बताया उक्त पोखर को अपने स्वार्थ के लिए मछली मारने के उद्देश्य से पानी सूखा कर जल संचय को हानि पहुंचाया जा रही है । जबकि नियम है कि उक्त पोखर में 5 फिट पानी रहना चाहिए लेकिन उक्त पोखर में मछुवारा द्वारा मछली मारने को ले पानी सूखा कर मात्र एक फिट पानी बचाया गया है । जिससे जल संकट उत्पन्न होने लगा है । ग्रामीण जल संकट से परेशान हैं । ग्रामीणों ने मछुवारा से इस सम्बंध में कई बार पानी न सुखाने को माना किया लेकिन पानी न सुखाने के नाम पर मारपीट पर उतारू हो रहा है और एससीएसटी थाना में ग्रामीणों पर प्राथमिकी दर्ज कर फंसाने की धमकी दे रहा है । इस सम्बंध में ग्रामीणों ने सीओ और जिला मत्स्य पदाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है । ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि 2 एकड़ का पोखर मात्र 1300 में बंदोबस्त किया जाना समझ से परे है । उक्त बंदोबस्ती विभागीय की मिलीभगत से हुआ है । जिसपर मत्स्य मंत्री से जांच करने की मांग की है । ग्रामीणों ने कहा कि उक्त मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क से सदन तक आंदोलन किया जायेगा । इस सम्बंध में पूछे जाने पर उक्त पोखर के बंदोबस्ती धारक धनाव इंग्लिश निवासी राकेश चौधरी ने बताया कि उक्त पोखर उनके नाम से एक मार्च 2021 से 30 जून 2022 तक बंदोबस्ती है । जिसका वह नियमानूकुल कार्य कर रहे हैं । उनके ऊपर लगाये गये सभी आरोप निराधार है । इस सम्बंध में पूछे जाने पर सीओ अमित कुमार ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन प्राप्त हुआ है जिसे कार्रवाई हेतु मत्स्य विभाग को अग्रसारित कर दिया गया है । इस सम्बंध में जिला मत्स्य पदधिकारी शिव कुमार चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा उन्हें शिकायत मिली है । उक्त बंदोबस्तधारी को उक्त पोखर में 5 फिट पानी हर हाल में रखना है । उसके बाद ही मछली मारना है । ऐसा नहीं करने पर उक्त बन्दोबस्तधारी पर उसका बंदोबस्ती निरस्त करते हुए कड़ी कार्रवाई की जायेगी ।