जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के दोनों कैंपस में 74वें गणतंत्र दिवस पर लहराया तिरंगा

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जमशेदपुर (संवाददाता ):-जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में 74वां गणतंत्र दिवस समारोह विविध रंगों से सजा था। माननीय कुलपति प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता ने विश्वविद्यालय के दोनो कैंपस में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सर्वप्रथम बिष्टुपुर कैंपस में ध्वजारोहण के बाद माननीय कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मचारीगण एवं छात्राओं को संबोधित किया। 74वें गणतंत्र दिवस के साथ वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने इस राष्ट्रीय महोत्सव को नए संकल्पों के साथ मनाने का आह्वान किया। अमर शहीदों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 26 जनवरी की तारीख तक पहुंचने में कई तारीखी इतिहासों का योगदान है। उन्होंने कहा कि हमे 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस का यह उत्सव मनाने का सुअवसर इसलिए मिल पाया है क्योंकि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु 23 मार्च को फांसी पर झूल गए, क्योंकि 27 फरवरी को चंद्रशेखर आजाद ने आखिरी गोली खुद को मार ली, क्योंकि 30 अक्टूबर को वृद्ध लाला लाजपत राय अंग्रेजों की बरसाई लाठियों के चलते शहीद हो गये।

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इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और आगे की चुनौतियों के साथ अपने विजन को सामने रखा। उन्होंने बताया कि आज यूनिवर्सिटी की छात्रा और एनसीसी कैडेट अदिति राजपथ पर पूरे बिहार और झारखंड की ओर से हमारा प्रतिनिधित्व कर रही है। विश्वविद्यालय की छात्राओं की टीम ने राष्ट्रीय रोलबॉल प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया, वही यूनिवर्सिटी की केमिस्ट्री की छात्राओं ने क्विज प्रतियोगिता में शहर के सभी विश्वविद्यालयों के बीच प्रथम और तृतीय स्थान प्राप्त किया। नेट में 15 से ज्यादा छात्राएं सफल हुईं। इस तरह की सफलताएं आगे भी बनाए रखने की शुभकामना देते हुए उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विश्वविद्यालय की अंतराष्ट्रीय रैंकिंग में अच्छे स्थान के लिए सबको मिलकर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व उन्होंने एनसीसी, बीएड व सिक्यूरिटी ट्रूप के शानदार परेड की सलामी ली।

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“हम यह संकल्प लें कि आजादी के उपरांत प्राप्त यह अमृत कलश अर्थात भारतीय गणतंत्र को हम मनसा, वाचा और कर्मणा अक्षुण्ण बनाए रखेंगे। जहां 15 अगस्त, 1947 ने हमें आजादी का खुला आसमान दिया वहीं 26 जनवरी ने हमें संविधान से देश चलाने की मजबूत जमीन दी। संविधान ने जहां हमें अधिकार दिए हैं वहीं हमें वह कर्तव्यों का बोध भी कराता है। यूनिवर्सिटी या कोई भी संस्था संविधान की सीमाओं में नियम कानून से ही चलती है। हमारे किसी कार्य में राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए।” – प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता, माननीय कुलपति धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कुलसचिव डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने माननीय कुलपति की दूरदर्शिता और तीव्र गति से कार्य करने की क्षमता का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कैसे उनके पदभार संभालने के बाद सभी को यूनिवर्सिटी सिस्टम के अनुसार कार्यालयी तौर-तरीकों का ज्ञान हुआ। किस प्रकार उनके सूक्ष्म अवलोकन और मार्गदर्शन के कारण विश्वविद्यालय अपना स्वरूप ग्रहण कर पाया और इतना विकास संभव हो पाया है। समारोह में संगीत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सनातन दीप और उनकी छात्राओं ने एक के बाद एक देशभक्ति गीत की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं और राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ से समापन किया। बीच में बीएड की श्रीमती सुधा सिंह दीप के निर्देशन में तैयार नृत्य नाटिका ने सबको रोमांचित कर दिया। समारोह में वित्त पदाधिकारी डॉ. जावेद अहमद, कुलानुशासक डॉ. सुधीर साहू, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रमण्यम, सीवीसी डॉ. अन्नपूर्णा झा, एस्टेट ऑफिसर डॉ. सलोमी कुजूर आदि पदाधिकारीगण, सभी संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, बीएड, एमएड और वोकेशनल के अलावा अन्य शिक्षकगण, असिस्टेंट टीचर्स, शिक्षकेतर कर्मी और बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया। समारोह का संचालन हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पा कुमारी एवं डॉ. नुपुर अन्विता मिंज ने किया।

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1968 बैच की उत्तीर्ण पूर्ववर्ती छात्रा श्रीमती इंदिरा शुक्ला आईएएस पुत्र के साथ हुई सम्मानित

विश्वविद्यालय की 1968 की पास आउट, हिंदी विभाग की पूर्ववर्ती छात्रा रहीं श्रीमती इंदिरा शुक्ला और उनके पुत्र उत्तर प्रदेश सरकार के वरीय आईएएस अधिकारी श्री राजन शुक्ला ने समारोह में सबका ध्यान आकृष्ट किया। अवसर था इस दिन ‘श्रीमती इंदिरा शुक्ला गोल्ड मेडल’ की शुरुआत का। माननीय कुलपति ने आज श्रीमती इंदिरा शुक्ला के हाथों से 2017–20 बैच की टॉपर रही सुश्री एस. स्वाति को गोल्ड मेडल प्रदान कराकर इस पुरस्कार की विधिवत शुरूआत कराई। इससे पहले उन्होंने ने दोनों गणमान्य व्यक्तियों को शाॅल और पौधा देकर सम्मानित किया। पौधा प्रदान करने की परंपरा की सराहना करते हुए श्री राजन शुक्ला ने कहा कि यह कुलपति की दूरदर्शी सोच को दर्शाता है।

छात्रावास की सरस्वती पूजा में शामिल हुईं माननीय कुलपति

गणतंत्र दिवस समारोह के बाद आज वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर सरस्वती पूजा का भी आयोजन हुआ। माननीय कुलपति ने इसमें भाग लिया और माता को पुष्पांजलि अर्पित की।

यूनिवर्सिटी ने किया देशभक्ति दौड़ का आयोजन

गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर सबसे पहले माननीय कुलपति के निर्देशन में सुबह के 7 बजे एमबीए विभाग एवं ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के संयुक्त तत्वाधान में एक ‘देशभक्ति दौड़’ का आयोजन किया गया, जो भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के तहत फिट इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त था। इस दौड़ में यूनिवर्सिटी की शिक्षिकाओं और एमबीए की छात्राओं ने बड़ी संख्या में सहभागिता की। कॉमर्स एंड बिजनेस मैनेजमेंट की संकायाध्यक्ष डॉ. दीपा शरण और सीवीसी डॉ. अन्नपूर्णा झा ने दौड़ को आयोजित करने में समन्वयक की भूमिका निभाई। एमबीए की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. श्वेता प्रसाद और डॉ. केया बैनर्जी ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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