भ्रष्ट राजस्व कर्मचारी राजेश्वर पंडित का ईचागढ़ तबादला, उपायुक्त के आदेश पर हुई कार्रवाई, अब अंचल अमीन का भी नपना तय, लोक आलोक की खबर पर उपायुक्त ने लिया संज्ञान, गम्हरिया अंचल के भ्रष्टचार पर उपायुक्त का कड़ा प्रहार…

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आदित्यपुर:- गम्हरिया अंचल क्षेत्र में धड़ल्ले से व्यापक पैमाने पर सरकारी जमीन खरीद बिक्री समेत जियाडा की जमीन पर एलपीसी देने आदि कई संगीन मामले के आरोपी हल्का कर्मचारी राजेश्वर पंडित पर डीसी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे हटाकर ईचागढ़ भेज दिया है। शुक्रवार को आदेश के तुरंत बाद सीओ गिरेंद्र टूटी ने उसे विरमीत कर दिया। डीसी की त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में हर्ष है। इधर जमीन मापी में घुस मांगने का वीडियो वायरल होने पर अंचल अमीन प्रमाणिक को भी कार्य से मुक्त करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। बताया गया कि जमीन मापी के एवज में 10 हजार घुस मांगने का वीडियो वायरल होने पर डीसी ने एडीसी सुबोध कुमार को कार्रवाई का निर्देश दिया था। बताया गया कि योगदान के बाद ही राजेश्वर पंडित को हल्का दो का प्रभार मिला था। उनके योगदान के बाद ही सरकारी जमीन की लूट शुरू हो गई। सीओ को भ्रामक सूचना देकर क्षेत्र में सरकारी जमीन की बिक्री में शामिल होने की बातें सामने आई। बताया गया कि आदित्यपुर, सतबहिनी, गम्हरिया क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर सरकारी जमीन की घेराबंदी की गई। इसमें पांच से दस लाख रुपए तक प्रति कट्ठा लेकर घेराबंदी में मदद करने की बातें सामने आई। इसके साथ ही शिकायत पर उक्त जमीन को निजी बताकर सीओ को भ्रामक सूचना देकर अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं करने की बातें भी सामने आई। बताया गया कि सरकारी जमीन की लूट में शामिल इनकी ओर से आम पब्लिक का कोई काम नहीं किया जाता था। मोटेशन, ऑनलाइन शुद्धिकरण से लेकर एलपीसी आदि में बिना मोटी रकम लिए फाइल को आगे नहीं बढ़ाते थे। बताया गया कि स्टेशन रोड में जियाडा की एक जमीन का लैंड पोजीसन सर्टिफिकेट भी पंडित ने इस्सु कर दिया। इसमें एक मोटी रकम लेने की चर्चा है। कर्मचारी पर यह भी चर्चा है कि यह शाम छह बजे के बाद तहसील कचहरी में बैठकर लोगों को बुलाते थे, और डील होने के बाद फाइलों को निबटारे करते थे। बताया गया कि अपने कार्यकाल में अतिक्रमण करने वाले लोगों पर कार्रवाई के बजाय उन्हें बचाने का काम करते थे, लिहाजा एक भी अतिक्रमणकारियों के खिलाफ इनकी ओर से कार्रवाई नहीं की गई। बल्कि अंचल अपने कार्यों से आनेवाले फरियादियों को भी महीनों का चक्कर लगाने के बाद काम नही होता था। इस मामले की सूचना मिलते ही डीसी ने तत्काल उस पर कार्रवाई करते हुए हटाने का आदेश दिया। इधर, अंचल के प्रधान लिपिक अशोक कुमार सिंह का तबादला भी चांडिल कर दिया गया है। डीसी ने गमहरिया अंचल की ध्वस्त हो चुकी व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए अन्य कई कर्मियों को हटाकर दूसरे अंचल से पदस्थापित करने का आदेश दिया है।

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