चुनाव से अब तक विधायक सरयु राय ने केबुलवासियों को किया भ्रमित, अपने हक की लड़ाई पहले से लड़ रहे हैं कर्मचारी: प्रेम झा
जमशेदपुर(संवाददाता ):- जमशेदपुर पुर्वी के विधायक सरयु राय द्वारा वर्षों से बंद पड़ी केबुल कंपनी के मामले में दिए गए बयान कि ‘मेरी रुचि कंपनी खुलवाने में नहीं है’ पर भाजपा महानगर प्रवक्ता प्रेम झा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रविवार को प्रेम झा ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सरयु राय जी चुनाव से पूर्व मंचों पर लगातार केबुल कंपनी खुलवाने और इसमें स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने की बातें कहते नहीं थकते थे। यहां तक कि चुनाव के दौरान उनकी ओर से बाकायदा इसपर घोषणापत्र जारी किया गया। परंतु दो साल तक केबुलवासियों को अपनी बातों से और पत्र लिखकर भ्रमित करते रहे। अब दो वर्ष बाद उनका यह कहना कि कंपनी को खुलवाने में बहुत कानूनी अड़चन है और अब मेरी रुचि इसमें नहीं है। पूर्ण रूप से उनकी विफलता को इंगित करता है। प्रेम झा ने कहा कि केबुल कंपनी का मामला 10 वर्ष पूर्व से बायफर में रहा, फिर एनसीएलटी में सुनवाई चली। फरवरी 2020 में कोर्ट ने कंपनी को दिवालिया मानकर कर्मचारियों के बकाया वेतन और अन्य राशि के भुगतान संबंधी आदेश दिए। केबुल कर्मचारियों ने फैसले को एनसीएलएटी (नेशनल कंपनी लाॅ अपीलेट ट्रिब्यूनल) कोर्ट में चुनौती दी जहां एनसीएलएटी कोर्ट ने एनसीएलटी कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया। केबुल कमर्चारी कोर्ट को कंपनी खुलवाने हेतु कई प्रस्ताव पेश कर रहे हैं। मामले पर कर्मचारी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन विधायक जी के ऐसे रवैये से उनमें भी निराशा आ गयी है। विधायक सरयु राय ने बड़े वादे कर केबुलवासियों के साथ विश्वासघात किया। प्रेम झा ने इस मामले में राज्य सरकार के जवाब को भी साझा किया जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कंपनी के पुनरोद्धार संबंधी मामले में खुद के हस्तक्षेप से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि केबुलकर्मी अपने बकाए पीएफ की भी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, अब विधयाक सरयु राय द्वारा फिरसे केबुलकर्मी और केबुलवासियों की आंखों में धुल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है।