विजय में कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ शुरू
सरायकेला: सरायकेला अंचल के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत विजय ग्राम के श्री श्री गिरी गोवर्धन जोगेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में विजय तरण आश्रम के तत्वाधान में शनिवार को कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ आरंभ हुआ जिसका समापन बुधवार को होगा। जानकारी हो कि चैत्र संक्रांति के अवसर पर वर्षों से चली आ रही बलि प्रथा को बंद करने के लिए विजय तरण आश्रम के संस्थापक राम बाबा ने मंदिर प्रांगण में तीन दिवसीय विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ की शुरुआत की थी। वर्षों से विजय ग्राम में चैत्र संक्रांति के मौके पर शिव मंदिर प्रांगण में शिव पूजन एवं छऊ नृत्य के साथ चैत्र पर्व उत्सव का आयोजन किया जाता है। जहां पहले सैकड़ों भेड़ एवं बकरे की भी बलि पूजन की जाती थी। राम बाबा जब विजय ग्राम आकर आश्रम की स्थापना की तो उन्होंने बलि प्रथा को बंद करने के लिए विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ की शुरुआत की। आरंभ में कुछ लोग इसका विरोध कर रहे थे परंतु बाद में सभी श्रद्धालुओं ने बाबा की बात मान ली और बलि प्रथा बंद किया। राम बाबा ने अब समाधि ले ली है परंतु उनके द्वारा शुरुआत की गई विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ का आयोजन हर वर्ष होते आ रहा है। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी विजय तरण आश्रम के संचालक ब्रह्मचारी मृत्युंजय बाबा के दिशा निर्देश पर तीन दिवसीय विश्व कल्याण ईस्ट यज्ञ का आयोजन किया गया है। शनिवार को मृत्युंजय बाबा की अगुवाई में कलश यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाएं एवं किशोरी कलश लेकर संजय नदी पहुंची। नदी में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई और महिला एवं किशोरियां पवित्र जल लेकर मंदिर प्रांगण पहुंची जहां यज्ञ का आयोजन किया गया है। मंदिर परिक्रमा कर किशोरी एवं महिलाओं ने यज्ञ स्थल पर कलश स्थापित की। रविवार को यज्ञ का शुभारंभ होगा। कलश यात्रा में पंडित पुजारी एवं कई उपभोक्ता शामिल थे। पंडित ज्ञानेंद्र ज्योतिषी एवं पंडित घासीराम सतपति ने कलश यात्रा की पूजा अर्चना अनुष्ठान संपन्न कराई जो यज्ञ का संचालन करेंगे।