गोरखपुर के इस IAS अधिकारी ने सुबह साइकिल से देखा अतिक्रमण, दोपहर में चलवा दिया बुलडोजर; मचा हड़कंप…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-साइकिल से सोमवार की सुबह निकले नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने फल मंडी क्षेत्र, गोपलापुर और बेतियाहाता में सफाई, नाला निर्माण और नालों की सफाई का निरीक्षण किया।
इस दौरान फलमंडी चौराहे से दुर्गा मंदिर मार्ग किनारे नाले पर बढ़कर कुछ स्थानीय लोगों, व्यापारियों की ओर से निर्माण कराया जाता देख उन्होंने सफाई निरीक्षक सुनील मणि त्रिपाठी को अतिक्रमण ध्वस्त करने का निर्देश दिया ताकि नाला सफाई कार्य में बाधा न पहुंचे। उनके लौटने के चंद घंटे बाद दोपहर में पहुंची टीम ने जेसीबी की मदद से अतिक्रमण को ध्वस्त करा दिया।
गोपालपुर में जलभराव से निजात के लिए नगर निगम, नाले का निर्माण करा रहा है। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने इसका भी निरीक्षण किया। काम की गति धीमी मिलने पर नाराजगी व्यक्त की तो अवर अभियंता अभय सोनकर ने बताया कि अतिक्रमण की वजह से गति नहीं बढ़ पा रही है। विरोध के चलते नाले को मोड़कर निर्माण कराया जा रहा है।
इसपर उन्होंने प्रवर्तन दल के साथ अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिशासी अभियंता अशोक कुमार भाटी को इसकी निगरानी करने का निर्देश देते हुए कहा कि नाले का निरीक्षण कर अतिक्रमण हटवाने के संबंध में जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित कराएं।
इसी क्रम में निरीक्षण के दौरान अंबेडकरनगर चौराहे से फिराक गोरखपुरी चौक होते रूस्तमपुर ढाले तक कई जगह कूड़े का ढेर पड़ा मिला , जबकि इस रोड पर नगर निगम की डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन गाड़ी चलती है। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी ओपी यादव को ऐसे लोगों को चिन्हित कर जुर्माना लगाने का निर्देशा दिया जो कूड़ा गाड़ी को कूड़ा न देकर सड़क पर फेंक रहे हैं।
हरिहर प्रसाद दुबे मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप के पीछे वाली कालोनी की सड़कों पर नाली का पानी बहता हुआ पाया गया। नगर आयुक्त के पूछने पर सफाई निरीक्षक ने बताया कि बेतियाहाता स्थित सराफा रेजीडेंसी से रोजाना सुबह सीवर का पानी बहाया जाता है, इससे कालोनियों की नालियां कुछ देर के लिए ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहने लगती हैं।
उन्होंने निर्देशित किया कि सराफ रेजिडेंसी को नोटिस देकर उनके सीवर का पानी मुंशी प्रेमचंद पार्क की तरफ के बड़े नाले में बहाने की व्यवस्था कराई जाए। नगर आयुक्त ने फलमंडी गेट के सामने बड़े पोकलेन मशीन से कराए जा रहे नाला सफाई कार्य का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने जोनल अधिकारी को निर्देशित किया कि बरसात से पहले अपने जोन के सभी बड़े, मझोले और छोटे नालों की कम से कम तीन बार अच्छे से सफाई करा लें, जिससे बरसात के समय जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो।