श्रम योगी मानधन योजना के रजिस्ट्रेशन में लगातार गिरावट जारी

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दिल्ली:- केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम श्रम योगी मानधन योजना के रजिस्ट्रेशन में लगातार लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है इस योजना में लोगों की रुचि कम होती दिख रही है आपको बता दें कि इस योजना की शुरुआत 15 फरवरी 2019 में की गई थी तब से लेकर अब तक सिर्फ 45.1 लाख लोग इससे जुड़ पाए हैं।साल 2019-20 में इस स्कीम में रोजाना 4,361 रजिस्ट्रेशन होते थे जो 2020-21 में घटकर 356 पर आ गए। अब अगर साल 2021-22 की बात करें तो इसमें कुल 16,506 लोग जुडे़ हैं, यानी हर दिन इस स्कीम से 113 लोग जुड़ते हैं।इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के वर्कर्स को 60 साल की उम्र के बाद 3000 रुपए पेंशन मिलती है। योजना के तहत जितना कंट्रीब्यूशन हर महीने लाभार्थी करता है, उतना ही सरकार उसमें मिलाती है। यानी अगर आपका कॉन्ट्रिब्यूशन 100 रुपए है तो सरकार भी इसमें 100 रुपए मिलाएगी।
ये योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए है। इनमें घर में काम करने वाले, रेहड़ी लगाने वाले दुकानदार, ड्राइवर, प्लंबर, दर्जी, मिड-डे मील वर्कर, रिक्शा चालक, निर्माण कार्य करने वाले मजदूर, कूड़ा बीनने वाले, बीड़ी बनाने वाले, हथकरघा, कृषि कामगार, आदि शामिल है ।एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इस स्कीम में आपको 10 साल निवेश करना होता है। इसके बाद आपके 60 साल का होने पर आपको हर महीने 3 हजार रुपए पेंशन मिलती है।

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इस स्कीम में निवेश करने के कुछ आवश्यक शर्तें
1. इसमें निवेश करने की उम्र सीमा 18 से ज्यादा और 40 से कम होनी चाहिए।
2. असंगठित क्षेत्र के मजदूर की इनकम ₹15000 महीने से अधिक नहीं होनी चाहिए।
3. सेविंग बैंक अकाउंट या फिर जन धन अकाउंट और आधार नंबर होनी चाहिए।
4. पहले से केंद्र सरकार की किसी अन्य पेंशन स्कीम का फायदा नहीं उठाया रहा हो।
5. इसमें ₹50 से 200 रुपए तक का योगदान का हर महीने में करना होता हैं ।

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